रामनगर (नैनीताल)। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व पार्क के निदेशक डॉ. धीरज पांडेय ने कहा कि जंगलों में हो रहे अवैध वन्यजीव शिकार और व्यापार पर नियंत्रण लगाना जरूरी है। वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए प्रयास करने होंगे। यहां अवैध शिकार पर नियंत्रण लगाने के लिए कॉर्बेट फाउंडेशन की ओर से आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए डॉ. पांडेय ने यह बात कही।
उत्तराखंड वन विभाग और वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो भारत सरकार की ओर से आयोजित कार्यशाला में कॉर्बेट फाउंडेशन के उपनिदेशक डॉ. हरेंद्र सिंह बर्गली ने कार्यशाला के उद्देश्य और उपयोगिता की जानकारी दी। कार्यशाला में भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972, खुफिया जानकारी एकत्र करना, अपराधियों से पूछताछ संबंधी विषय पर वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो के विशेषज्ञ भगवती प्रसाद जोशी, डीएस राठौर, अर्णव बासु और एडवोकेट सुरेश चंद्र यादव ने व्याख्यान दिए। दीप्ति पटवाल के संचालन में हुई कार्यशाला में वन विभाग के अधिकारियों, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व और कॉर्बेट लैंडस्कैप के वन्य कर्मियों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में मनीषा बिष्ट, ललित अधिकारी, चंद्रशेखर सुयाल, मो यासीन, ईदरीश हुसैन आदि रहे।