अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में मिलेगी एमआरआई जांच की सुविधा, नहीं लगानी पड़ेगी मैदानी क्षेत्रों की दौड़

अल्मोड़ा। कुमाऊं के पर्वतीय जिलों के लोगों के लिए अच्छी खबर है। सोबन सिंह जीना मेडिकल कालेज अल्मोड़ा में 12 करोड़ रुपये से एमआरआई मशीन स्थापित होगी जो यहां पहुंच चुकी है। इसके संचालन से अल्मोड़ा के साथ ही पिथौरागढ़, चंपावत व बागेश्वर जिलों की 20 लाख से अधिक की आबादी को सीधा लाभ मिलेगा। यहां के मरीजों को एमआरआई जांच के लिए मैदानी क्षेत्रों की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।
अल्मोड़ा मेडिकल कालेज के संचालन के बाद अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चंपावत, बागेश्वर जिलों के मरीजों को पर्वतीय क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने की उम्मीद थी। लेकिन मेडिकल कॉलेज में अब तक कई स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है। यहां एमआरआई की सुविधा न मिलने से चारों के जिले के मरीजों को मैदानी क्षेत्रों की दौड़ लगाने को मजबूर होना पड़ रहा था। आखिरकार अब लोगों को इस समस्या से छुटकारा मिलने की उम्मीद जगी है। जल्द ही मेडिकल कॉलेज में एमआरआई की सुविधा उपलब्ध होगी। कॉलेज प्रंबंधन के मुताबिक मेडिकल कालेज में 12 करोड़ रुपये लागत की एमआरआई मशीन पहुंच गई है। हालांकि इस मशीन को स्थापित करने में अभी एक माह का वक्त लगेगा। लेकिन इसके संचालन के बाद कुमाऊं के चारों जिलों की 20 लाख से अधिक की आबादी को एमआरआई जांच की सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी।
खर्च करने पड़ रहे थे 10 हजार, अब 2500 में होगी एमआरआई जांच
अल्मोड़ा। कुमाऊं के पर्वतीय जिले अल्मोड़ा, चंपावत, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में एमआरआई की सुविधा नहीं है। मरीजों को एमआरआई के लिए हल्द्वानी या अन्य शहरों के चक्कर काटने पड़ते हैं। एमआरआई जांच के लिए मरीजों को ऊंचा किराया देकर वाहन बुक कर मैदानी क्षेत्रों में पहुंचाना पड़ रहा है। यहां निजी अस्पतालों में उन्हें इस जांच के 8 से 10 हजार रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। अल्मोड़ा मेडिकल कालेज में अब महज 2500 रुपये में एमआरआई जांच हो सकेगी।
बोले लोग
एमआरआई जांच के लिए मरीजों को हल्द्वानी के चक्कर काटने पड़ते हैं, जिसमें उनका काफी पैसा खर्च हो रहा है। अब अल्मोड़ा में एमआरआई जांच होने से उन्हें खासी राहत मिलेगी। निश्चित तौर पर यह बढ़ी उपलब्धि है।
नंदन सिंह बोरा, अजुर्नराठ, सोमेश्वर
मेडिकल कालेज में एमआरआई जांच की सुविधा मिलेगी तो हमारा समय और पैसा दोनों बचेगा। एमआरआई के लिए बाहर आने जाने में भारी दिक्कतें झेलनी पड़ती है। अब काफी राहत मिलेगी।
मेडिकल कालेज में एमआरआई मशीन पहुंच चुकी है। मशीन को स्थापित करने की कार्रवाई पूरी करने में एक माह का समय लगेगा। इसके बाद एमआरआई जांच की सुविधा शुरू होगी, जिससे पर्वतीय क्षेत्र के लोगों को लाभ मिलेगा।
डॉ. सीपी भैसोड़ा, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा