परखनली देखी न केमिकल, हो रहा है प्रेक्टिकल

अल्मोड़ा। बोर्ड परीक्षार्थियों की प्रयोगात्मक परीक्षा शुरू हो चुकी है लेकिन अधिकतर कॉलेज में स्थित लैब में जरूरी सामान नहीं है। जिले में स्थित 296 में से महज 40 इंटर कॉलेज को प्रयोगशाला के सामान के लिए बजट मिला है। ऐसे में 256 इंटर कॉलेज में पढ़ने वाले आठ हजार से अधिक छात्रों को बगैर सामान के ही प्रयोगात्मक परीक्षा की तैयारी करनी पड़ी है। उनकी प्रयोगात्मक परीक्षा कराकर औपचारिकता निभाई जा रही है।
अल्मोड़ा जिले में 261 शासकीय व 35 अशासकीय इंटर कॉलेज हैं। इनमें पढ़ रहे ग्यारह हजार से अधिक छात्र इस बार बोर्ड परीक्षा देंगे। वर्तमान में छात्रों की भौतिक, रसायन व जीव विज्ञान की प्रयोगात्मक परीक्षा चल रही है। हैरानी की बात यह है कि जिले में स्थित 296 इंटर कॉलेज में से महज 40 को ही लैब के लिए जरूरी सामान उपलब्ध कराया है। 256 इंटर कॉलेज ऐसे हैं जिन्हें बीते तीन साल से लैब के लिए न कोई बजट मिला न ही सामान। ऐसे में यहां पढ़ने वाले आठ हजार से अधिक छात्रों को बगैर सामान के ही प्रयोगात्मक परीक्षा की तैयारी करनी पड़ी। अब प्रयोगात्मक परीक्षा शुरू हो चुकी हैं। इन हालातों में बगैर तैयारी के प्रयोगात्मक परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के चेहरे पर चिंता की लकीरें गहरा गई हैं।
40 स्कूलों को मिले 360 लाख के उपकरण
अल्मोड़ा। जिले में 40 इंटर कॉलेज को महज एक माह पूर्व तीन सौ साठ लाख का लैब का सामान उपलब्ध कराया गया है। यहां पढ़ने वाले तीन हजार से अधिक छात्रों ने भी पूरे साल न तो परखनली देखी और न ही उन्हें प्रयोग के लिए केमिकल उपलब्ध हो सका। अब महज एक माह की तैयारी के बाद उनकी प्रयोगात्मक परीक्षा ली जा रही है, जो अपने आप में बढ़ा प्रश्न चिह्न है। इन स्कूलों को भौतिक विज्ञान की लैब के लिए पांच, रसायन की लैब के लिए तीन तो जीव विज्ञान की लैब के लिए दो लाख का सामान उपलब्ध कराया गया है।
जिन स्कूल की लैब में उपकरणों की कमी थी वहां सामान उपलब्ध कराया गया है। शासन से मिले बजट के अनुसार सामान उपलब्ध कराया जा चुका है। अधिकतर स्कूल में उपकरणों की कमी नहीं है। – सत्यनारायण, मुख्य शिक्षा अधिकारी, अल्मोड़ा।