श्रीरामचरित मानस की एक पंक्ति हटाने भर से बात नहीं बनेगी, समाज में बड़े आंदोलन की जरूरत : पल्लवी पटेल
गोंडा। रामचरित मानस को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अपना दल (कमेरावादी) की नेता और विधायक पल्लवी पटेल ने कहा मैंने राम चरित मानस नहीं पढ़ा, न मेरी उसमें श्रद्धा हे। स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर उन्होंने कहा कि किसी एक पंक्ति को हटाने से बात नहीं बनेगी, वंचित समाज के प्रति ऐसे विचार को जड़ से मिटाने पर ही काम बनेगा।
इसको लेकर बड़े सामाजिक आंदोलन की जरूरत है। पल्लवी पटेल ने कहा कि मैं गोस्वामी तुलसीदास को संत नहीं मानती। उन्होंने सभी रामायणों का अध्ययन करने के बाद नई किताब लिख दी। उन्होंने कहा गोस्वामी तुलसीदास रामायण के महज अनुवादक हैं। रामचरित मानस में उनके निजी विचार हैं। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्या को यह विरोध भाजपा में रहते हुए करना चाहिए था।