परिजनों की बेरुखी के चलते हिमांशु और वर्षा ने अपनी जीवन लीला का अंत कर लिया। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। लेकिन, वर्षा के परिजन दोनों के रिश्ते से खुश नहीं थे। ऐसे में शादी से इन्कार करने पर हिमांशु बिना बताए घर से ऋषिकेश आ गया। जिंदगी साथ में बिताने का रास्ता नहीं सूझा तो होटल में पहुंचकर उसने वर्षा के साथ मौत को गले लगा लिया।
हिमांशु के परिजन गांव में खेतीबाड़ी करते हैं। वह खुद बीकॉम की पढ़ाई कर रहा था। हिमांशु का एक भाई नौकरी करता है और दूसरा घर में परिजनों के काम में हाथ बंटाता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हिमांशु चार साल से वर्षा से प्यार करता था। वर्षा का परिवार भी बिजनौर मूल का ही है। दोनों के बीच शादी की बात चल रही थी। यह बात दोनों के घरवालों को पता चली तो रविवार को वर्षा के परिजन हिमांशु के घर पहुंचे थे। यहां दोनों परिवारों में बात हुई।
बताया जा रहा है कि परिजनों के बीच शादी पर रजामंदी नहीं हुई। शाम को हिमांशु बाइक से निकल गया। पहले उसने मंडावर में बाइक की सर्विस कराई और फिर ऋषिकेश जा पहुंचा। यहां उसने वर्षा को साथ लिया और होटल चला गया। इस बीच हिमांशु के परिजनों का उससे संपर्क भी नहीं हुआ। सुबह जब फोन आया तो परिजनों को हिमांशु की मौत की खबर मिली।