एटा सांसद के निजी सचिव के भाई से मारपीट के मामले में तीन पुलिसकर्मी निलंबित
मथुरा। एटा सांसद राजवीर सिंह के निजी सचिव के भाई के साथ मारपीट करने के आरोप में एक सब इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है। पीड़ित वीर बहादुर सिंह द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, उसने 17 फरवरी को शहर पहुंचने के लिए नौहझील थाना क्षेत्र के अंदारे गांव में अपने आवास के पास से गुजर रहे एक कैंटर में लिफ्ट ली थी। पुलिस ने यमुना एक्सप्रेस-वे पर मांट टोल प्लाजा के पास कैंटर को रोका और चालक से कहासुनी की और उसे पीटना शुरू कर दिया। जब सिंह ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की, तो तीन पुलिसकर्मियों और एक अज्ञात व्यक्ति ने उन पर डंडे और बंदूक की बट से हमला कर दिया। बाद में उन्हें पूरी रात थाने में बैठाया गया। पुलिस ने उसके खिलाफ शांति भंग का मामला दर्ज किया। डीएसपी रविकांत पारासर ने कहा, “प्राप्त शिकायत के आधार पर प्राथमिक जांच के बाद मांट पुलिस चौकी प्रभारी एसआई रजत दुबे, आरक्षक शिवम और कुलदीप समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। पूरे मामले में एफआईआर दर्ज की जाएगी।” एटा एमपी के निजी सचिव मान सिंह फौजदार ने कहा, “पुलिस ने मेरे भाई को बेरहमी से पीटा, यहां तक कि उससे 1,280 रुपये भी ले लिए। उसके पैर, पीठ और चेहरे पर चोटें आई हैं। बाद में जब सांसद ने पूरे मामले से एसपी को अवगत कराया तो उन्हें थाने से छोड़ दिया गया। मेडिकल जांच के आधार पर मेरे भाई ने औपचारिक शिकायत दर्ज कराई थी।” राजवीर सिंह पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पुत्र हैं। उनके पुत्र संदीप सिंह उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और मथुरा के प्रभारी मंत्री भी हैं।