शक्तिफार्म। पशुपालन विभाग एवं उत्तराखंड पशुधन विकास बोर्ड की ओर से राज्य स्तरीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट एवं पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने 11 जनपदों में बायफ के एकीकृत पशुधन विकास केंद्रों का शुभारंभ किया। उन्होंने बायफ कार्यकर्ताओं को आवंटित मोटरसाइकिलों को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया।
बृहस्पतिवार को देवनगर में आयोजित शिविर में भट्ट ने कहा कि केंद्र सरकार की सहायता से एनएलएम योजना एवं पशु स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना के अंतर्गत 60 मोबाइल वेटरनरी यूनिट (वैन) के माध्यम से पशुपालकों के द्वार पर पशु चिकित्सा टीकाकरण एवं रोग प्रशिक्षण आदि की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बहुगुणा ने बताया कि सरकार ने पशुपालकों के लिए लिंग वर्गीकृत वीर्य से कृत्रिम गर्भाधान के लिए 27 करोड़ की धनराशि मंजूर की है। वहां अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष इकबाल सिंह लाडी, डीसीबी चेयरमैन योगेंद्र रावत, खतीब अहमद, मुख्य अधिशासी अधिकारी डॉ. आरएस नेगी, यूएलडीबी डॉ. बीसी कर्नाटक, अपर निदेशक एसबी पांडे, सीवीओ डॉ. केके जोशी, डॉ. मालिनी पंत आदि थे।
सात उद्यमियों को मिले 669.85 लाख
शक्तिफार्म। पशुपालन से जुड़े उद्योगों के विकास एवं रोजगार उत्सर्जन के उद्देश्य से सरकार ने राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना के अंतर्गत प्रदेश के सात उद्यमियों के लिए 669.95 लाख की धनराशि स्वीकृत की। किच्छा के अहमद हुसैन को बकरी पालन के लिए 110 लाख, नानकमत्ता के राजेश जोशी को मुर्गी पालन के लिए 57.5 लाख, चमोली के वीरेंद्र सिंह को कुक्कुट पालन के लिए 16 लाख, शक्तिफार्म के योगेंद्र सिंह रावत को शुकर पालन के लिए 131 लाख शामिल हैं।