उत्पीड़न से बचाव की पहली सीढ़ी है कानून की जानकारी: सचिव
पाटी (चंपावत)। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव और सिविल जज हेमंत सिंह राणा ने कहा कि कानून की जानकारी अन्याय और उत्पीड़न से बचाव की पहली सीढ़ी है। रविवार को सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं और लोगों को पैरा लीगल वॉलंटियर केशर सिंह फर्त्याल के संचालन में हुए विधिक शिविर में उन्होंने कहा कि अधिवक्ता रखने में असमर्थ व्यक्ति को प्राधिकरण की ओर से निशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराया जाएगा। सचिव ने अन्य महिलाओं को समूह से जोड़कर रोजगार से जोड़ने की बात कही।
शिविर में घरेलू हिंसा, महिला उत्पीड़न, बाल श्रम सहित विभिन्न कानूनों की जानकारी दी गई। कानूनी जानकारी देने वाली किताबों का वितरण भी किया गया। कई विभागों ने स्टॉल लगा कर लोगों को जागरूक किया। इस दौरान सीजेएम अरुण बोहरा, सीओ वीएस कुटियाल, डीएसडब्लूओ आरएस सामंत, बीडीओ एससी लोहनी, तहसीलदार हरीश नाथ गोस्वामी, एसओ देवनाथ गोस्वामी आदि मौजूद रहे।
दिगालीचौड़ शिविर में छह दिव्यांग प्रमाणपत्र बने
लोहाघाट (चंपावत)। समाज कल्याण विभाग की ओर से नेपाल सीमा से लगे जीआईसी रौसाल में आयोजित शिविर में छह दिव्यांगों के प्रमाणपत्र बनाए गए। शिविर का शुभारंभ जिला पंचायत उपाध्यक्ष एलएम कुंवर ने किया। समाज कल्याण अधिकारी आरएस सामंत ने विभागीय योजनाओं की जानकारी दी। डॉ. एचएस ऐरी, डॉ. विराज राठी, डॉ. जुनैद कमर के परीक्षण के बाद छह दिव्यांगों को प्रमाण पत्र जारी किए गए। समाज कल्याण विभाग ने छह वृद्धावस्था, चार विधवा और दो दिव्यांग पेंशन स्वीकृत की। साथ ही छह दिव्यांगों के यूडीआईडी कार्ड बनाए गए। द्वारिका शर्मा के संचालन में हुए शिविर में तहसीलदार विजय गोस्वामी, उद्योग विभाग के जीएम डॉ. दीपक मुरारी, एडीओ एमडी भट्ट, दीपक गहतोड़ी, सुनील भट्ट, रोहित ढेक आदि ने सहयोग किया