विशेषज्ञों ने शहरी नियोजन को लेकर सुझाव दिए
नैनीताल। शहरी विकास विभाग और उत्तराखंड प्रशासन अकादमी की ओर से उत्तराखंड प्रशासन अकादमी में सोमवार से दो दिवसीय उच्च स्तरीय समिति शहरी नियोजन संबंधी कार्यशाला शुरू हो गई है। कार्यशाला के पहले दिन विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे विशेषज्ञों ने शहरी नियोजन को लेकर अपने अपने सुझाव दिए।
अकादमी सभागार में आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए उच्च स्तरीय समिति के अध्यक्ष केशव वर्मा ने शहरी नियोजन के महत्व की जानकारी दी। उन्होंने क्षेत्रीय विकास रणनीति और स्थानीय आर्थिक वृद्धि के बारे में भी बताया। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर मास्टर सिटी के सहयोग और सलाह के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। यह समिति स्थानीय पर्यावरण, क्षमता व शहर की उपयोगिता को लेकर अपनी राय देगी। शहरी नियोजन के मुद्दे पर एटीआई के महानिदेशक बीपी पांडेय ने कहा कि आपसी समन्वय से नैनीताल जिले के पर्यावरणीय मुद्दों, शहरी विकास, यातायात पुलिस व पर्यटकों से जुड़ी समस्याओं के हल के लिए बेहतर कार्य किए जा सकते हैं। शहरी विकास विभाग के अपर सचिव और निदेशक नवनीत पांडेय ने उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में शहरी नियोजन व रणनीति पर चर्चा की। कार्यशाला के पहले दिन प्रो. सारस्वत बंदोपाध्याय, समिति के सदस्य जिग्नेश मेहता, नियोजक मोहम्मद मोनिस खान, मोहनिस कपूर आदि थे