प्रकृति और विकास के बीच संतुलन बनाना जरूरी : डॉ. धन सिंह
नैनीताल। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत यूजीसी एचआरडीसी सभागार ‘‘वैश्विक कल्याण के लिए वैश्विक विज्ञान-जलवायु परिवर्तन’’ विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी की गई। संगोष्ठी का शुभारंभ मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत एवं विशिष्ट अतिथि विधायक सरिता आर्या ने ऑनलाइन माध्यम से किया।
मुख्य अतिथि डाॅ.रावत ने प्रकृति और विकास के बीच संतुलन बनाने का आह्वान किया। कहा कि पृथ्वी पर जलवायु के स्वरूप में परिवर्तन वैश्विक चिंता का विषय बन चुका है। इसके लिए सरकार स्तर पर प्रयास के साथ ही सामूहिक पहल की दरकार है। कुलपति प्रो. एनके जोशी ने कहा कि जी 20 की मेजबानी मिलना विशेष मौका है। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता पूर्व निदेशक हिमालयन फाॅरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट डॉ.एसएस सामंत ने विचार रखे। विशिष्ट अतिथि विधायक सरिता आर्य ने सभी को शुभकामनाएं दी। संचालन निदेशक शोध एवं प्रसार विभाग प्रो. ललित तिवारी ने किया।
ये रहे अव्वल : निबंध में वसुंधरा लोधियाल ने प्रथम, शाबाज अली, कविता जोशी ने द्वितीय और खुशबू दसौनी ने तीसरा स्थान पाया। इस मौके पर प्रो. नीलू लोधियाल, प्रो. नीता बोरा, प्रो. गीता तिवारी, प्रो. एलएस लोधियाल, प्रो. संजय पंत, प्रो.गिरीश रंजन तिवारी, प्रो. लता पांडे आदि रहे।