अधूरे फोरलेन हाईवे के टेंडर की तिथि फिर 20 दिन बढ़ी
हल्द्वानी। काठगोदाम गौलापार होते हुए रुद्रपुर तक अधूरा पड़ा हाईवे पूरा होने में समय लग सकता है। छह तारीख को हाईवे के टेंडर खुलने थे लेकिन तकनीकी दिक्कतों के कारण इसे फिर 20 दिन आगे बढ़ा दिया गया है। अब टेंडर 26 मार्च को खुलेंगे।
रुद्रपुर से वाया गौलापार होते हुए काठगोदाम तक 49 किलोमीटर फोरलेन हाइवे का काम अक्तूबर 2017 में सद्भाव कंपनी को दिया गया था। उस समय इसकी लागत 560 करोड़ रुपये थी। अक्तूबर 2019 में इसे पूरा हो जाना था। एनएचएआई के नियमों के अनुसार 180 दिन में कंपनी को जमीन अधिग्रहण कर खाली कराकर दे देनी चाहिए थी, लेकिन अब तक कंपनी को जमीन नहीं मिली है। इन दो सालों में सद्भाव ने टुकड़ों में मात्र 18 किलोमीटर फोरलेन का ही निर्माण किया। जमीन अधिग्रहण नहीं होने के कारण एनएचएआई को तीन बार हाइवे बनाने की समय सीमा बढ़ानी पड़ी। इसके बाद भी फोरलेन पूरा नहीं हो पाया। जून 2022 में एनएचएआई ने सद्भाव कंपनी से इस हाइवे का काम छिन लिया और इसके लिए टेंडर आमंत्रित किए, लेकिन अभी तक किसी कंपनी ने टेंडर नहीं डाले हैं। कंपनियों की ओर से ठेका नहीं डालने पर एनएचएआई सितंबर से लेकर मार्च तक पांच बार टेंडर की तिथि आगे बढ़ा चुका है। एनएचएआई ने छह मार्च को अधूरे पड़े हाईवे के टेंडर खोलने थे। सूत्रों की माने तो कोई कंपनी ने इसमें भाग नहीं लिया। इस कारण इसकी तिथि 26 मार्च तक कर दी है। अब एनएचएआई ने टेंडर को दो भागों में तोड़ा है। एक टेंडर आरओबी और दूसरा अधूरे पड़े हाईवे का है। एनएचएआई के पीडी योगेंद्र शर्मा ने बताया कि 26 मार्च को टेंडर खोले जाएंगे