मुख्य जलस्रोत सूखा, चार फीट गिरा जलस्तर, पहली बार बने ऐसे हालात से गहराई चिंता
नैनीताल): भीमताल झील में पानी को लेकर संकट गहराता नजर आने लगा है। जहां एक ओर झील का जलस्तर लगातार गिर रहा है वहीं वर्षा न होने के कारण झील का मुख्य जलस्रोत पूरी तरह सूख गया है। इससे आगे यह संकट और गहरा सकता है। भीमताल झील का जलस्तर अभी 44 फीट के सापेक्ष 40 फीट के आसपास बना हुआ है
1976 में भीमताल क्षेत्र के सौन गांव में भीषण सूखा पड़ा था। उस समय ग्रामीणों को दो किलोमीटर नीचे उतरकर भीमताल झील से पानी ले जाना पड़ता था। लेकिन तब भी भीमताल झील का मुख्य जलस्रोत जो जौंस एस्टेट से नीचे की ओर गिरता था, उसमें पानी लगातार बहता था। इस बार इस पर ही संकट उत्पन्न हो गया है। य ह जलस्रोत पूर्ण रूप से सूख गया है
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह जलस्रोत सदाबहार था। यह पहली बार है, जब झील के मुख्य जलस्रोत में पानी की एक बूंद भी नहीं दिख रही।
जलस्रोत सूखने के कारणों का पता चलना चाहिए
जौंस एस्टेट के सभासद बंटी आर्य व सामाजिक कार्यकर्ता पूरन बृजवासी का कहना है कि सदाबहार जलस्रोत सूखने के कारणों का पता चलना चाहिए। ताकि कमियों और गलतियों को दूर किया जा सके। उन्होंने झील के आसपास हो रही अवैध बोरिंग की जांच कर रोक लगाने की मांग कुमाऊं आयुक्त से की है।
बाहरी जलस्रोत की कोई विभागीय जानकारी उपलब्ध नहीं है, मगर मामला संज्ञान में आया है कि झील का एक प्रमुख स्रोत सूख गया है। इसके कारणों का पता लगाया जाएगा।
– दिनेश सिंह रावत, सहायक अभियंता, सिंचाई विभाग