कार्बेट नेशनल पार्क में आने वाले पर्यटकों के लिए अच्छी खबर, बनेंगे बायो टायलेट्स
रामनगर (नैनीताल): कार्बेट नेशनल पार्क में आने वाले पर्यटकों के लिए अच्छी खबर है। पर्यटकों के लिए पार्क में पांच स्थानों पर 20 बायो टायलेट्स बनाए जा रहे हैं। खास बात यह है कि जी-20 बैठक में आने वाले विदेशी व भारतीय मेहमानों को कार्बेट पार्क में सफारी भी कराई जानी है
विश्व प्रसिद्व कार्बेट नेशनल पार्क में सफारी पर जाने वाले पर्यटकों के लिए अभी तक टायलेट्स की व्यवस्था नहीं थी। जंगल में कहीं भी सफारी के दौरान पर्यटकों को उतरने की अनुमति भी नहीं है।
अभी सामान्य टायलेट केवल वन चौकियों में कर्मचारियों के लिए व नाइट स्टे के पर्यटकों के लिए विश्राम गृह के भीतर ही है। ऐसे में डे सफारी के पर्यटकों के लिए कोई व्यवस्था न होने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता था।
लंबे समय से टायलेट्स बनाए जाने की जरूरत महसूस की जा रही थी। इधर, मार्च अंत में रामनगर में जी-20 बैठक होने वाली है और मेहमानों को पार्क का भ्रमण भी कराया जाना है।
ऐसे में टायलेट्स की जरूरत और बढ़ गई है। हालांकि पार्क प्रशासन का कहना है कि ये आम पर्यटकों के लिए स्थापित किए जा रहे हैं। ये बिजरानी पर्यटन जोन के सीलधारी चौकी, गर्जिया पर्यटन गेट, झिरना वन विश्राम गृह, ढेला गेट, ढेला की फीका चौकी में लगेंगे।
बायो टायलेट्स पर्यटकों के लिए स्थापित किए जाने हैं। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) से अनुमति मिल चुकी है अब बजट मांगा गया है। इसके टेंडर कराए जा रहे हैं। एक स्थान पर महिला-पुरुषों के लिए चार बायो टायलेट्स यानी कुल 20 जैविक शौचालय बनाए जाने हैं।
– अमित ग्वासाकोटी, वार्डन कार्बेट नेशनल पार्क
ऐसे काम करता है बायो टायलेट
बायो टायलेट प्रीफेब्रिकेटेड होंगे। बायो टायलेटस में शौचालय के नीचे एक गड्ढा खोदकर बायो डाइजेस्टर कंटेनर में बैक्टीरिया मौजूद होते हैं। जो मल को पानी और गैस में बदल देते हैं। इस प्रक्रिया के तहत केवल मीथेन गैस व पानी ही शेष बचते हैं