सात शहरों का बनेगा मास्टर ड्रेनेज प्लान, सिंचाई के प्रोजेक्ट सौर ऊर्जा से चलाने की योजना
प्रदेश सरकार जमरानी बांध बहुद्देशीय परियोजना और सौंग बांध परियोजना के निर्माण के लिए तेजी से काम कर रही है। विभिन्न नदियों के दो हजार किमी क्षेत्र में फ्लड प्लेन जोनिंग का काम किया जा रहा है। वहीं, राज्य के सात शहरों में मास्टर ड्रेनेज प्लान व छोटी नदियों, गदेरों का भी मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा।
बजट अभिभाषण में मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की, हल्द्वानी, भगवानपुर और अल्मोड़ा का मास्टर ड्रेनेज प्लान तैयार किया जा रहा है। इसके साथ ही राज्य की छोटी नदियों, गदेरों में जल संवर्धन, जल संरक्षण और अप्रत्यक्ष रूप से भूजल स्तर में बढ़ोतरी के लिए चेक डैम या स्टॉप डैम निर्माण को मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। इसका क्रियान्वयन आगामी वित्तीय वर्ष में चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा।
वहीं, केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रम के तहत जल स्तर मापन के लिए सेंसर और भूगर्भीय जल निगरानी के लिए सेंसर लगाया रहा है। हरिद्वार व ऊधमसिंह नगर के जो नलकूप अपनी आयु पूरी कर चुके हैं, उनमें से 30 प्रतिशत को चरणबद्ध रूप से क्रियाशील किया जाएगा।
वहीं, प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान के तहत इस साल जनवरी तक व्यक्तिगत किसानों के संचालित 316 डीजल पंपसेट को सोलर पंपसेट में परिवर्तित किया गया है। इस योजना के तहत आगामी बजट में आठ करोड़ का प्रावधान किया गया है