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उत्तराखंड में पिछले एक सप्ताह में 325 प्रतिशत अधिक वर्षा, ओलावृष्टि की संभावना

 देहरादून: पूरे शीतकाल में रूठा रहा मौसम मार्च के दूसरे पखवाड़े में मेहरबान हो गया है। बीते एक सप्ताह के भीतर उत्तराखंड में सामान्य से 325 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। जिसमें देहरादून, हरिद्वार में सर्वाधिक और चमोली व पिथौरागढ़ में सबसे कम वर्षा दर्ज की गई

मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की वर्षा हो सकती है। जबकि, मैदानी क्षेत्रों में मौसम साफ रहने से लेकर गरज के साथ ओलावृष्टि के आसार हैं। उत्तराखंड में मानसून की विदाई के बाद मौसम शुष्क बना रहा और पूरे शीतकाल में सामान्य से 38 प्रतिशत कम वर्षा हुई

फरवरी और मार्च के पहले पखवाड़े में मौसम शुष्क रहा और तापमान में भारी इजाफा हुआ, लेकिन मार्च का दूसरा पखवाड़ा शुरू होने के साथ ही प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया और अरब सागर से उठने वाले साइक्लोनिक सर्कुलेशन के उत्तर भारत से गुजरने के कारण भारी वर्षा के हालात बने।

बीते एक सप्ताह के भीतर प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में जमकर वर्षा हुई, चोटियों पर हिमपात के साथ ही निचले इलाकों में ओलावृष्टि भी दर्ज की गई। जिससे तापमान में खासी गिरावट देखने को मिली। पूरे माह की बात करें तो अब मार्च में सामान्य से 14 प्रतिशत अधिक वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। जो कि एक सप्ताह पूर्व सामान्य से 88 प्रतिशत कम थी

पहाड़ों में वर्षा, मैदान में धूप के की संभावना मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, प्रदेश में अगले कुछ दिन आंशिक बादल छाये रह सकते हैं। उत्तरकाशी, चमोली व पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है। निचले इलाकों में गरज-चमक के साथ ओलावृष्टि के आसार हैं।

मैदानी क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहने की आशंका है। इधर, बुधवार को हल्की धूप खिलने से तापमान में कुछ बढ़ोतरी दर्ज की गई है। हालांकि, अब भी ज्यादातर शहरों का तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री सेल्सियस तक कम है। दून में अधिकतम तापमान 26 और न्यूनतम तापमान 11.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया

 

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