रक्तकोष में अब निकाले जा सकेंगे प्लाज्मा कंपोनेंट
पिथौरागढ़। जिला अस्पताल के रक्तकोष में स्थापित प्लाज्मा कंपोनेंट (घटक) यूनिट के संचालन के लिए लाइसेंस मिल चुका है। अप्रैल में यूनिट का संचालन शुरू होने के बाद कंपोनेंट की सप्लाई भी शुरू हो जाएगी। इससे मरीजों की जरूरत के अनुसार ही कंपोनेंट चढ़ाए जाएंगे। इससे खून की बचत भी होगी।
जिला अस्पताल के रक्तकोष में पिछले साल ब्लड कंपोनेंट यूनिट बनकर तैयार हो गया था लेकिन लाइसेंस नहीं मिलने के कारण इसका संचालन नहीं हो पा रहा था। इस कारण मरीजों को पूरा खून चढ़ाना पड़ रहा था। अब लाइसेंस मिलने के बाद ब्लड कंपोनेंट निकालना आसान हो जाएगा।
पिथौरागढ़ रक्त केंद्र में अब प्लाज्मा, प्लेटलेट्स और पैक्ड सेल की उपलब्धता हो सकेगी। यह यूनिट जिले के लोगों के लिए वरदान साबित होगी। अब यूनिट के लिए प्रशिक्षित स्टॉफ की जरूरत भी पड़ेगी। इसके लिए रक्त केंद्र के प्रभारी डॉ. नरेंद्र शर्मा ने स्टॉफ की मांग की है।
लाइसेंस के लिए रक्त केंद्र प्रभारी को कई बार देहरादून और दिल्ली भी जाना पड़ा था। दो बार राज्य और केंद्र की टीम ने आकर कंपोनेंट यूनिट का निरीक्षण भी किया था। यूनिट में जरूरी मशीनें पहले ही लगा दी गई थी।
प्लाज्मा कंपोनेंट यूनिट का लाइसेंस मिलना जिले के लिए सौगात है। यूनिट शुरू करने से पहले इसका ट्रायल किया जाएगा। इसके बाद कंपोनेंट की नियमित सप्लाई शुरू की जाएगी। अब मरीजों को पूरा खून नहीं चढ़ाना पड़ेगा। झुलसे मरीज को सिर्फ प्लाज्मा दिया जाएगा। डेंगू मरीज को प्लेटलेट्स दिया जाएगा। ब्लड के कंपोनेंट उपचार में काफी मददगार होते हैं। इससे लोगों को लाभ मिलेगा और ब्लड की भी बचत होगी। -डॉ नरेंद्र शर्मा, रक्त केंद्र प्रभारी पिथौरागढ़ जिला अस्पताल