लक्ष्य सेन और चंदन सिंह को मिला खेल रत्न पुरस्कार, ये हुए द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन सहित छह खेल प्रतिभाओं को देवभूमि उत्तराखंड खेल रत्न, देवभूमि उत्तराखंड द्रोणाचार्य पुरस्कार और लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार से पुरस्कृत किया। वहीं, वर्ष 2021 और 2022 के राष्ट्रीय स्तर के 168 पदक विजेता खिलाड़ियों व 42 प्रशिक्षकों को दो करोड़ से अधिक के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
खेल विभाग की ओर से शुक्रवार को परेड ग्राउंड में आयोजित खेल पुरस्कार समारोह में सीएम धामी ने कहा, राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार ने सरकारी नौकरियों में खेल कोटे को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है। हमारे युवा खिलाड़ी राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक नए भारत, शक्तिशाली भारत और समृद्धशाली भारत का निर्माण हो रहा है। खेलों के क्षेत्र में भी भारत का मान सम्मान बढ रहा है। दुनिया में कहीं भी खेल का मैदान हो, आज भारत का तिरंगा शान से लहराता हुआ दिखता है। समारोह में राजपुर विधायक खजानदास, विशेष प्रमुख सचिव खेल अभिनव कुमार, निदेशक खेल जितेंद्र सोनकर, रामकुमार वालिया आदि मौजूद रहे।
खिलाड़ियों को आउट ऑफ टर्न नियुक्ति का आदेश जल्द : आर्य
खेल मंत्री रेखा आर्य ने कहा, पदक विजेता खिलाड़ियों को आउट ऑफ टर्न नियुक्ति व चार प्रतिशत आरक्षण देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। आउट ऑफ टर्न नियुक्ति का आदेश होने से ओलंपिक में पदक विजेता खिलाड़ी सीधे डीएसपी बन सकेंगे, सहायक निदेशक बन सकेंगे। इस साल के अंत तक या फिर अगले साल तक इस पर कोई आदेश जारी हो जाएगा। अंतरराष्ट्रीय खेलों में पदक जीतने पर पुरस्कार की धनराशि 30 से 100 प्रतिशत तक बढ़ाई गई है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से नई खेल नीति बनाई गई है। नीति में पारंपरिक खेलों को भी शामिल किया गया है। हल्द्वानी में खेल विश्वविद्यालय जल्द वजूद में आ जाएगा। खेल मंत्री ने कहा, अगले साल उत्तराखंड में 38 वें राष्ट्रीय खेल होना हमारे लिए गर्व की बात है।
इन्हें मिला पुरस्कार
देवभूमि उत्तराखण्ड खेल रत्न पुरस्कार
- वर्ष 2019-20 के लिए बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन
- वर्ष 2020-21 के लिए एथलेटिक्स चन्दन सिंह