स्वास्थ्य सचिव ने आधुनिक अस्पताल का डिजाइन किया रद, नया डिजाइन बनाने के निर्देश
उत्तरकाशी, आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत 23.52 करोड़ की धनराशि से उत्तरकाशी में 50 बेड के क्रिटिकल केयर सेंटर (आधुनिक अस्पताल) का डिजाइन सचिव स्वास्थ्य डा. आर राजेश कुमार ने रद कर दिया है
स्वास्थ्य सचिव के निर्देशानुसार, अब आधुनिक अस्पताल का डिजाइन जिला अस्पताल परिसर के अंदर 1100 वर्ग मीटर भूमि बनाया जाना है। इसके लिए कार्यदायी संस्था और आर्किटेक्ट को नया डिजाइन बनाने के निर्देश दिए गए हैं। भूकंप की दृष्टि से जोन पांच और छह में आने वाले उत्तरकाशी में आधुनिक अस्पताल के नए डिजाइन में भी पेंच आ सकता है।
दरअसल, आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत केंद्र सरकार ने वर्ष 2021 में देश के हर जिले में क्रिटिकल केयर सेंटर बनाने का एलान किया था। इसी के तहत गत वर्ष उत्तरकाशी में भी क्रिटिकल केयर सेंटर बनाने की तैयारी शुरू हुई।
नियम के अनुसार, क्रिटिकल केयर सेंटर के लिए 4500 वर्ग मीटर भूमि की आवश्यकता थी। परंतु उत्तरकाशी में स्वास्थ्य विभाग ने शिक्षा विभाग की कुछ भूमि अधिग्रहण की और 1600 वर्ग मीटर में आधुनिक अस्पताल भवन का डिजाइन बनाया, जिसकी डीपीआर को शासन और तकनीकी लेखा परीक्षा समिति (टीएसी) ने दो माह पहले स्वीकृति दी।
इसी मार्च माह में स्वास्थ्य सचिव की ओर से क्रिटिकल केयर सेंटर के लिए धन आवंटित किया जाना था। परंतु स्वास्थ्य सचिव ने डिजाइन पर सवाल उठाए और डिजाइन को रद किया, जिसमें उन्होंने अस्पताल के पास की सड़क पर ओपन टनल को लेकर आपत्ति व्यक्त की। अब यह आधुनिक अस्पताल जिला अस्पताल परिसर में 1100 वर्ग मीटर भूमि पर ही बनेगा। ऐसे में अस्पताल चार से पांच मंजिला बनाने की योजना है।
गंगोत्री के पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने कहा कि शासन की ओर से स्वीकृत डिजाइन को रद करना दुर्भाग्यपूर्ण है। अस्पताल निर्माण के लिए बार-बार इतनी बड़ी धनराशि नहीं मिलेगी। इसलिए इतनी बड़ी धनराशि का सही उपयोग हो, इसके लिए अन्य स्थानों पर भूमि तलाशी जानी चाहिए। अस्पताल के अंदर चार से पांच मंजिला भवन भूकंप की दृष्टि से सुरक्षित नहीं है। उत्तरकाशी जोन पांच और छह में आता है।
उत्तरकाशी अवस्थापना खंड सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता पन्नी लाल बंगारी ने कहा कि स्वास्थ्य सचिव ने क्रिटिकल केयर सेंटर के डिजाइन को रद कर दिया है। अब जिला अस्पताल परिसर में ही उपलब्ध भूमि पर अस्पताल के भवन का डिजाइन बनाया जाएगा