जिला योजना में 54 करोड़ 1.87 लाख की योजनाओं का अनुमोदन
टनकपुर (चंपावत)। जिले में वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए जिला योजना में 54 करोड़ 1.87 लाख रुपये का परिव्यय अनुमोदित किया गया है। बीते वित्तीय वर्ष की अपेक्षा इस बार विभागों के बजट में बढ़ोतरी की गई है। जिले को मॉडल जिले के रूप में विकसित करने के लिए इस बार 26 प्रतिशत अधिक बजट मिला है। कृषि विभाग को 177 लाख, उद्यान को 345.77 लाख, भेषज को 25 लाख, पशुपालन को 239.28 लाख, मत्स्य पालन को 125.42 लाख, वानिकी को 66 लाख, सहकारिता को 47 लाख, उरेडा को एक करोड़ और पर्यटन विभाग का 270 लाख परिव्यय निर्धारित किया गया है। शुक्रवार को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम इंजीनियरिंग कॉलेज में जिले की प्रभारी और प्रदेश की महिला सशक्तीकरण मंत्री रेखा आर्या की अध्यक्षता और जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी के संचालन में बैठक हुई। बैठक में तय हुआ कि पशुपालन विभाग को जिले में गोट वैली विकसित करने, कृषि विभाग की ओर से किसानों की आय में वृद्धि के लिए उन्हें विभिन्न राज्यों का भ्रमण करा उन्हें तकनीकी प्रशिक्षण दिलाने, कृषि विज्ञान केंद्र के वैैज्ञानिकों के सहयोग से 10 गांवों में किसानों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आदि कार्य किए जाएंगे। मौन पालन को बढ़ावा देने को प्रशिक्षण और बॉक्सों का वितरण होगा। इसके लिए पॉलीहाउस बनाए जाएंगे। सौर ऊर्जा के विकास के लिए सोलर प्लांट लगेंगे। भेषज विभाग को जड़ी-बूटी विकास और मत्स्य विभाग को मत्स्य पालन की योजनाओं में बजट का परिव्यय बढ़ाया गया है। जिले में पहली बार रेशम कीट पालन शुरू होगा। इसके लिए विभाग को पौधरोपण मद में 8.5 लाख का बजट दिया गया है। स्वरोजगार बढ़ाने के लिए कृषि, मत्स्य, भेषज, जड़ी-बूटी, औद्योगिक आदि विभागों का बजट बढ़ाया गया है।