वंतिका अग्रवाल अंतर्राष्ट्रीय मास्टर बनने वाली 11वीं भारतीय महिला, अब एशियन गेम्स में करेंगी कमाल
एशियन गेम्स से पहले भारत की चेस खिलाड़ी वंतिका अग्रवाल शानदार लय में चल रही हैं। उन्होंने पिछले दो महीनों में चार अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट खेले हैं। इस दौरान उन्होंने फाइड रेटिंग (अंतर्राष्ट्रीय शतरंज संघ) में 61 अंक हासिल किए हैं। इस शानदार प्रदर्शन के दम पर वह देश की तीसरी सबसे बेहतरीन रैंकिंग वाली खिलाड़ी बन गई हैं। अब वंतिका से ऊपर सिर्फ कोनेरू हंपी और हरिका द्रोणवल्ली हैं। हंपी देश की शीर्ष रैंकिंग वाली महिला खिलाड़ी हैं। वहीं, हरिका दूसरे स्थान पर हैं। महिला ग्रैंड मास्टर वंतिका के पास 2428 रेटिंग अंक हैं, जबकि हरिका के पास 2501 और हंपी के पास 2567 अंक हैं। वंतिका ने बुडापेस्ट में अपना तीसरा और अंतिम आईएम मानदंड हासिल किया और शतरंज में अंतर्राष्ट्रीय मास्टर खिताब हासिल करने वाली 11वीं भारतीय महिला बन गई हैं। उनका चयन चीन के हांग्जो में होने वाले एशियाई खेलों के लिए किया जाएगा। इस टूर्नामेंट में भी उनसे काफी उम्मीदें होंगी।
वंतिका पिछले महीने स्पेन में मेनोरका ओपन में महिला चैंपियन बनी थी। उन्होंने जनवरी 2023 में कोहलापुर में आयोजित राष्ट्रीय महिला चैंपियनशिप में कांस्य पदक और फरवरी 2023 में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के लिए स्वर्ण पदक भी जीता है। वह 2022 में 44वें शतरंज ओलंपियाड में भारत की दूसरी टीम के लिए पहले बोर्ड में खेली थीं और आईएम मानदंड हासिल करने वाली एकमात्र भारतीय खिलाड़ी थीं।
2021 में बनी थीं महिला ग्रैंड मास्टर
वंतिका ने 2021 में महिला ग्रैंड मास्टर का खिताब हासिल किया था और राष्ट्रीय महिला चैंपियन बनीं थीं। उन्होंने इसी साल फाइड बिनेंस बी स्कूल कप में अपनी स्कूल एसआरसीसी के लिए स्वर्ण पदक जीता था। 2020 में वह चेस ओलंपियाड में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थीं। वंतिका को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मानित कर चुके हैं और खेल में उनकी उत्कृष्टता के लिए पूर्व भारतीय राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति पुरस्कार से भी उन्हें सम्मानित किया था