वनभूमि में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई
खटीमा। ग्राम सभा प्रतापपुर नंबर दो में सरकारी भूमि पर बनी मजार को राजस्व विभाग की टीम ने ध्वस्त कर दिया। मजार गांव के एक सिख परिवार ने स्थापित की थी। आम के पेड़ के नीचे बनी मजार के ऊपर सीमेंट की चादरों से छत बनाई थी। बाद में चहारदीवारी की गई थी। न्यायालय के आदेश के अनुपालन में एसडीएम रविंद्र सिंह बिष्ट की देखरेख में मौके पर पहुंची टीम ने सरकारी भूमि में बनी मजार को जेसीबी से ध्वस्त किया। उन्होंने मजार से लगी भूमि के पट्टे की जांच पड़ताल की और पाया कि मजार के पास की भूमि का पट्टा रैना परिवार के नाम है। टीम के साथ मौके पर पहुंची तहसीलदार शुभांगिनी और नायब तहसीलदार वीरेंद्र सिंह सजवाण ने सरकारी भूमि वर्ग दो की पाई। टीम ने बताया कि सरकारी भूमि में रास्ता दर्ज हैं और मजार रास्ते में बनाई है। एसडीएम बिष्ट ने बताया कि मजार स्वयं हटाने बाबत रैना परिवार को अल्टीमेटम दिया गया था। इस पर कार्रवाई नहीं होने पर यह कदम उठाया गया।
जंगल की भूमि से हटाया अतिक्रमण
सितारगंज। बाराकोली वन क्षेत्र की भूमि पर अतिक्रमण के खिलाफ वन विभाग और पुलिस ने संयुक्त रूप से अभियान चलाया। इस दौरान शक्तिफार्म के जगतारपुर में धौरा बीट प्लाट संख्या 46 व 47 के किनारे वन भूमि पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई। टीम ने गोठा के जंगल में धार्मिक संरचना को भी हटाया।
बुधवार को बाराकोली रेंज के वन क्षेत्राधिकारी महेंद्र सिंह रैकुनी ने वन टीम और कोतवाल भूपेंद्र सिंह बृजवाल व पुलभट्टा थानाध्यक्ष कमलेश भट्ट के नेतृत्व में पुलिस की टीम गोठा के जंगल में सिसैया बीट पहुंची। यहां भूमि पर बनी संचरना बनी पाई। टीम ने वन भूमि पर चिन्हित अतिक्रमण को मौके से हटा दिया। इसके बाद टीम जगतारपुर के धौरा बीट प्लाट संख्या 46 व 47 पर पहुंची और करीब 1.6 हेक्टेअर जमीन से अतिक्रमणकारियों को हटाकर जमीन खाली कराई। अभियान में बाराकोली रेंज सितारगंज, शक्तिफार्म अनुभाग के ढोलावन, सिसैया के कर्मचारी व पुलिस कर्मी शामिल थे। रेंजर रैकुनी ने बताया कि उच्चाधिकारियों के आदेश पर वन भूमि को अतिक्रमणमुक्त कराया गया