गर्लफ्रेंड को देना चाहता था गिफ्ट तो दिया चोरी की वारदात को अंजाम
शामली । कहते हैं कि जब किसी से इश्क हो जाए तो आशिक किसी भी हद तक जा सकता है ऐसा ही एक मामला जनपद शामली से सामने आया है जहां पर एक आशिक ने अपनी गर्लफ्रेंड को गिफ्ट देने के लिए अपने साथी के साथ मिलकर स्कूल में लाखों रुपए की चोरी की वारदात को अंजाम दे दिया।
बता दें कि पूरा मामला जनपद शामली की सदर कोतवाली क्षेत्र का है जहां पर गत 17/18 अप्रैल की रात्रि में स्कॉटिश इंटरनेशनल स्कूल में अज्ञात चोरों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया था और स्कूल के कैश काउंटर में रखे करीब 6.5 लांख रुपए की चोरी की वारदात को अंजाम देकर चोर फरार हो गए थे। जब पुलिस ने घटनास्थल का दौरा किया था तो उसी दौरान पुलिस को यह प्रतीत हो गया था कि वारदात किसी जानकार व्यक्ति द्वारा की गई है जिसके बाद पुलिस ने सर्विलांस सीसीटीवी और अन्य स्रोत खंगालने शुरू किए तो पता चला कि जिस व्यक्ति ने स्कूल में चोरी की वारदात को अंजाम दिया है वह स्कूल में ही गाड़ी चलाने का काम करता है और स्कूल की वैन पर ड्राइवर है जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो पता चला कि सुफियान नाम के व्यक्ति ने ही अपने दोस्त वसीम के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। पूछताछ में सुफियान ने बताया कि उसका चोरी करने का कोई इरादा नहीं था लेकिन ईद का त्योहार सर पर था इसलिए उसे अपनी प्रेमिका को गिफ्ट देना था जिस वजह से उसने अपने साथी के साथ मिलकर स्कूल में चोरी की वारदात को अंजाम देने का प्लान बनाया क्योंकि वह स्कूल में ही ड्राइविंग का काम करता था तो उसे पता था कि उसे किस काउंटर से सैलरी मिलती है और कहां पर कैश रखा होता है जिसके बाद उसने अपने साथी के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम दे दिया, वह स्कूल में पीछे की तरफ से पेड़ के सहारे स्कूल के अंदर दाखिल हुए और उसके बाद पेचकस लगाकर कैश काउंटर वाले कमरे की खिड़की का शीशा उतार कर वहां से अंदर प्रवेश किया और पूरी वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। सुफियान ने बताया कि जिस रात उन्होंने चोरी की थी उसी रात चोरी की गई रकम को दो हिस्सों में बांट दिया था और करीब डेढ़ लाख रुपए ने अपने पास रख लिए थे और बाकी करीब 50 हज़ार रुपए उसने अपने साथी को दे दिए थे. चोरी की घटना के बाद उसके पास जो रकम बची थी उसने उससे का एक गिफ्ट पैक बनवाया और उसे अपने पास के ही गांव की प्रेमिका को जाकर दे आया और उसे यह भी बोल दिया कि जब तक मैं ना कहूं तब तक इस गिफ्ट को नहीं खोलना और यह गिफ्ट तुम्हारा ईदी का तोहफा है