पर्यटन के साथ ही लोगों की प्यास भी बुझाएगी थरकोट झील
पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ से करीब दस किमी दूर टनकपुर-तवाघाट एनएच किनारे थरकोट में बन रही झील धीरे-धीरे अस्तित्व में आने लगी है। यह झील पर्यटन के साथ ही नगर के लोगों की प्यास भी बुझाएगी। झील से पेयजल आपूर्ति के लिए जल निगम ने चार एमएलडी की योजना का निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया है।
वर्ष 2019 में 32 करोड़ रुपये की लागत से 750 मीटर लंबी, 53 मीटर चौड़ी और 15 मीटर गहरी कृत्रिम थरकोट झील का निर्माण कार्य शुरू हुआ। सिंचाई विभाग को वर्ष 2021 तक झील का निर्माण कार्य पूरा करना था लेकिन विभाग ने इस वर्ष झील का निर्माण कार्य पूरा किया है।
एनएच की सुरक्षा के लिए दीवार का निर्माण कार्य भी पूरा हो गया है। एनएच किनारे फैंसिंग लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। पास स्थित गधेरे से पानी भरने से वर्तमान में झील धीरे-धीरे आकार लेने लगी है। एनएच किनारे बनी इस झील से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
वहीं जल निगम ने थरकोट झील क्षेत्र में चार एमएलडी की पेयजल योजना का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। वर्तमान में दो एमएलडी क्षमता वाले कुएं बनाए जा रहे हैं। यह पेयजल योजना जलस्तर अच्छा होने पर चार एमएलडी और जलस्तर कम होने पर पिथौरागढ़ नगर को दो एमएलडी पेयजल की आपूर्ति करेगी। योजना बनने के बाद पेयजल संकट से निजात भी मिलेगा।
थरकोट झील क्षेत्र में चार एमएलडी क्षमता वाली पेयजल योजना का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। वर्तमान में दो एमएलडी क्षमता वाले कुएं बनाए जा रहे हैं। -आरएस धर्मशक्तू, ईई जल निगम पिथौरागढ़।
थरकोट झील धीरे-धीरे आकार लेने लगी है। वर्तमान में एनएच के पास फैंसिंग लगाने का कार्य किया जा रहा है। -संजय जोशी, जेई सिंचाई विभाग पिथौरागढ़