फयाटनौला गांव में आतंक का पर्याय बना तेंदुआ पिंजरे में कैद
रानीखेत (अल्मोड़ा)। तहसील के सुदूरवर्ती फयाटनौला गांव में दो मई को युवक को निवाला बनाने वाला तेंदुआ मंगलवार सुबह पिंजरे में कैद हो गया है। तेंदुए के कैद होने से क्षेत्रवासियों के साथ ही वन विभाग की टीम ने भी राहत की सांस ली। तेंदुए को जाल में फंसाने के लिए दो पिंजरे लगाए गए थे और ट्रैप कैमरे से भी निगरानी रखी गई। सुबह ग्रामीणों की सूचना के बाद वन विभाग की टीम ने मौके पर जाकर पिंजरे को कब्जे में लिया और उसे अल्मोड़ा स्थित रेस्क्यू केंद्र ले गई। यहां तेंदुए के स्वास्थ्य का परीक्षण होगा। फयाटनौला गांव में दो मई को तेंदुए ने 40 वर्षीय युवक जगदीश चंद्र असनौड़ा को मौत के घाट उतार दिया था और शव को पुराने नौले के नीचे झाड़ियों में छोड़कर चला गया था। तीन मई की सुबह स्कूल जाते वक्त बच्चों और शिक्षकों ने वहां शव देखा। उसी दिन वन विभाग की टीम ने वहां पिंजरा लगाया और गश्त के लिए 18 से अधिक वन कर्मियों की तैनाती की। इसके बाद ड्रोन और ट्रैप कैमरे की भी मदद ली गई। दूसरा पिंजरा भी लगाया गया। इधर 14 दिन बाद अब तेंदुआ पिंजरे में कैद हो गया है।