एटीपी चैलेंजर टूर पर 42 साल बाद भिड़े दो ग्रैंडस्लैम चैंपियन, वावरिंका ने एंडी मरे को दी शिकस्त
स्विट्जरलैंड के स्टेन वावरिंका ने ब्रिटेन के एंडी मरे को 6-3, 6-0 से हरा दिया। यह दो ग्रैंडस्लैम चैंपियनों के बीच पिछले चार दशक में खेला गया पहला एटीपी चैलेंजर टूर मैच माना जा रहा है। इससे पहले 1981 में इटली के सेन रेमो में इली नेस्तसे ने जेन कोडेस को हराया था। एक घंटे 15 मिनट चले मुकाबले में जीत के साथ वावरिंका ने क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया। अब वावरिंका की टक्कर पांचवीं वरीयता के उगो हम्बर्ट से होगी।
दोनों टेनिस खिलाड़ियों ने कुल तीन ग्रैंडस्लैम जीते हैं। वावरिंका 2014 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन, 2015 फ्रेंच ओपन और 2016 में यूएस ओपन जीत चुके हैं जबकि मरे ने 2012 में यूएस ओपन, 2013 और 2016 में विंबलडन जीता है। दोनों ही खिलाड़ी 35 साल से ज्यादा उम्रदराज हैं। वावरिंका 38 साल के हैं और मरे सोमवार को 36वां जन्मदिन मनाएंगे। दोनों ही खिलाड़ियों को हाल ही में सर्जरी करानी पड़ी।
टॉप-40 से बाहर दोनों खिलाड़ी
वावरिंका ने अपने घुटने और बाएं पाव का जबकि मरे ने कूल्हे की सर्जरी कराई थी। वावरिंका एटीपी रैंकिंग में नंबर तीन तक पहुंच चुके हैं और अब 84वें स्थान पर हैं। मरे कभी नंबर एक रहे हैं और अब 42वें पायदान पर हैं। वावरिंका और मरे के बीच एटीपी के शीर्ष स्तर पर 22 भिड़ंत हो चुकी हैं जिसमें मरे ने 13 और वावरिंका ने नौ मैच जीते हैं। इनमें अगर ग्रैंडस्लैम की बात करें तो सात भिड़ंत हुई हैं जिसमें वावरिंका ने चार और मरे ने तीन जीती हैं। दोनों जब कोर्ट पर पहुंचे तो दर्शकों ने खड़े होकर अभिवादन किया। चैलेंजर टूर पर दोनों की पहली टक्कर थी।
दिग्गजों को क्यों उतरना पड़ा चैलेंजर टूर पर
चैलेंजर्स टूर मुख्य एटीपी टूर से कम स्तर का टूर्नामेंट हैं जिसमें ज्यादातर उदीयमान खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। इस टूर्नामेंट में कई बार ऐसे बड़े खिलाड़ी भी उतरते हैं जो चोट के कारण लंबे समय तक मैदान से दूर हो जाते हैं या अपने खराब दौर से गुजर रहे होते हैं। उनका भाग लेने के पीछे पुरानी लय हासिल करना और महत्वपूर्ण रैंकिंग अंक बटोरना रहता है। मरे ने हाल में एक्स एन प्रोविनेंस में चैलेंजर टूर पर हिस्सा लिया और ऑस्ट्रेलियाई ओपन के सेमीफाइनल तक पहुंचने वाले टॉमी पॉल को हराकर लंबे समय बाद कोई खिताब जीता था