सीजीएचएस वेलनेस केंद्रों पर जल्द हो आवश्यक दवाओं की आपूर्ति
दून केंद्रीय पेंशनर्स एसोसिएशन ने सीजीएचएस वेलनेस केंद्रों पर एक वर्ष से बंद पड़ी जरूरी दवाओं की आपूर्ति जल्द बहाल करने की मांग की है। वहीं, हाथीबड़कला स्थित सर्वे डिस्पेंसरी और रायपुर स्थित ओएफडी अस्पताल का सीजीएचएस में विलय करने की मांग भी की।
बुधवार को जीएमएस रोड स्थित सीजीएचएस सभागार में अपर निदेशक एंव जोनल इंचार्ज डाॅ. जानकी जंगपांगी की अध्यक्षता में सीजीएचएस पंचायत का आयोजन किया गया। दून केंद्रीय पेंशनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएस नेगी व महासचिव सुरेंद्र सिंह चौहान ने पेंशनरों की मांगों को प्रमुखता से उठाया। वहीं, अपर निदेशक के माध्यम से केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव को भी ज्ञापन भेजा। उन्होंने कहा कि वेलनेस सेंटर डीडी-1 व 2 में आवश्यक दवाओं की आपूर्ति एक वर्ष से बंद है। नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद अभी तक आपूर्ति बहाल नहीं की गई है।
हल्द्वानी व श्रीनगर में सीजीएचएस सेंटर खोलने, आयुर्वेदिक उपचार की सुविधा देने, चिकित्सकों व स्टाफ की कमी दूर करने, वेलनेस सेंटर डीडी-3 में मौजूद भूखंड पर लैब व एक अतिरिक्त वेलनेस सेंटर खोलने, डीडी-1 व 2 के जर्जर भवनों की शीघ्र मरम्मत, तीनों केंद्रों में महिला शौचालयों सहित सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग भी उन्होंने की। इस दौरान संयोजक केएस बंगारी, उपाध्यक्ष रवींद्र सेमवाल, वीके चतुर्वेदी आदि ने भी विभिन्न मुद्दे उठाए। अपर निदेशक ने कहा कि आवश्यक दवा के लिए नए टेंडर आमंत्रित किए जा चुके हैं। जल्द ही दवा आपूर्ति शुरू हो जाएगी। केंद्र की संख्या बढ़ाने को भी पूरा प्रयास किया जाएगा। डीडी-3 की इंचार्ज डाॅ. शिवानी शर्मा, डीडी-2 के इंचार्ज डाॅ. राजेंद्र सिंह पाल व डीडी-1 के इंचार्ज डाॅ. बचन सिंह ने विभिन्न जानकारियां दी। सीजीएचएस पंचायत में डाॅ. लक्ष्मी प्रसन्ना, डाॅ. हेमंत कुमार, डाॅ. पुष्पजीत मुर्मू सहित हिमालयन अस्पताल, श्री महंत इंदिरेश अस्पताल, कैलाश अस्पताल, मैक्स अस्पताल, दृष्टि आई इंस्टीट्यूट, कनिष्क व कृष्णा मेडिकल सेंटर के प्रतिनिधि उपस्थित रहे