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सीबीसी प्लांट में बन नहीं सीएनजी, किसानों को मिल रही मुफ्त जैविक खाद

रुद्रपुर। राज्य के पहले कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) प्लांट से सीएनजी बनने के साथ ही किसानों को निशुल्क जैविक खाद भी मिल रही है। प्लांट से अब तक 10 टन जैविक खाद और 50 हजार लीटर जैविक तरल खाद बन गई है। खेतों में फसल को उपजाऊ बनाने के लिए किसान जैविक खाद प्लांट से ले रहे हैं।

शहर को कूड़े की समस्या से निजात दिलाने के लिए रुद्रपुर नगर निगम ने फाजिलपुर महरौला में प्रदेश का पहला सीबीजी प्लांट लगाया है। इसमें सिडकुल की कंपनियों की कैंटीन से निकला फूड वेस्ट (गीला कूड़ा) और लोगों के घरों से निकले गीले कूड़े को निस्तारित कर सीएनजी तैयार की जा रही है। प्लांट में रोजाना तीन से चार टन गीला कूड़ा डाला जा रहा है। नगर निगम की ओर से अब तक सीबीजी प्लांट में 180.27 टन फूड वेस्ट, 551.55 टन गोबर डालकर 31885.2 घन मीटर बायोगैस बनाई जा रही है। जल्द ही प्लांट की कूड़ा निस्तारण की क्षमता 10 से बढ़ाकर 30 टन की जाएगी।

आठ करोड़ रुपये की लागत से हुई है प्लांट की स्थापना
रुद्रपुर। मेयर रामपाल सिंह ने बताया कि एक कंपनी ने सीबीजी प्लांट की स्थापना आठ करोड़ रुपये की लागत से की है। कंपनी की ओर से नगर निगम को कूड़े के एवज में प्रति माह 24 हजार रुपये दिए जा रहे हैं। वहीं 25 वर्ष बाद कंपनी प्लांट को नगर निगम को हस्तांतरित कर देगी। इसके साथ ही अनुबंधित फर्म नगर निगम को एक रुपये प्रति वर्ग मीटर प्रतिमाह की दर से छह एकड़ भूमि की रॉयल्टी देगी। बताया की उत्पादित सीएनजी गैस अन्य कंपनियों को दी जा रही है।

सीएम जल्द कर सकते हैं सीबीजी प्लांट का उद्घाटन
रुद्रपुर। प्रदेश के पहले सीबीजी प्लांट के उद्घाटन के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी से समय मांगा गया है। माना जा रहा है कि सीएम जून के प्रथम सप्ताह तक प्लांट का उद्घाटन करने आ सकते हैं। प्लांट की खास बात यह है कि नगर निगम रुद्रपुर की ओर से गीले कूड़े से सीएनजी बनाने वाला प्लांट प्रदेश में पहला बनाया गया है।

प्रदेश के पहले सीबीजी प्लांट से बायोगैस बनने के साथ ही जैविक खाद भी निकल रही है। जिन किसानों को जैविक खाद की जरूरत है, वह रुद्रपुर प्लांट से आकर निशुल्क खाद ले रहे हैं। इससे तरल खाद भी बन रही है, इसका इस्तेमाल भी लोग खेतों में फसल को उपजाऊ करने के लिए कर रहे हैं। -विशाल मिश्रा, मुख्य विकास अधिकारी

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