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WTC Final: पहले दिन खली अश्विन की कमी, गावस्कर बोले- AUS में बाएं हाथ के पांच बैटर, फिर क्यों नहीं दिया मौका?

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेला जा रहा है। टीम इंडिया ने प्लेइंग-11 में रविचंद्रन अश्विन को शामिल नहीं किया है और रवींद्र जडेजा के रूप में सिर्फ एक स्पिनर के साथ मैदान पर उतरी है। कप्तान रोहित शर्मा और भारतीय टीम मैनेजमेंट के इस फैसले पर खूब सवाल उठ रहे हैं। कई पूर्व दिग्गज क्रिकेटरों का मानना है कि फाइनल जैसे अहम मुकाबले में कोई कैसे दुनिया के नंबर वन टेस्ट बॉलर को बाहर कर सकता है।

भारत के महानतम बल्लेबाजों में शुमार सुनील गावस्कर ने कमेंट्री के दौरान टीम इंडिया के अश्विन को बाहर करने के फैसले की आलोचना की। उन्होंने कहा- ऑस्ट्रेलियाई टीम में पांच बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। इनमें डेविड वॉर्नर, उस्मान ख्वाजा, ट्रेविस हेड, एलेक्स कैरी और मिचेल स्टार्क शामिल हैं। इसके बावजूद आपकी टीम में कोई ऑफ स्पिनर नहीं है? ऐसा क्यों है? यह फैसला समझ से बाहर है। वहीं, गावस्कर के साथ कमेंट्री कर रहे हरभजन सिंह ने भी गावस्कर का समर्थन किया।

माइकल वॉन ने भी जताई नाराजगी

इसके अलावा कई और पूर्व क्रिकेटर्स ने भी सोशल मीडिया पर अश्विन को नहीं खिलाने के फैसले पर नाराजगी जाहिर की है। इनमें इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन भी शामिल हैं। वॉन ने ट्वीट कर लिखा- भारतीय टीम में कोई अश्विन नहीं। यह एक बड़ी गलती है। वहीं, सौरव गांगुली ने भी फैसले को गलत बताया। फाइनल के लिए कमेंट्री पैनल का हिस्सा गांगुली ने कहा- मैं बाद में क्या होगा इस सोच पर विश्वास नहीं रखता। एक कप्तान के रूप में आप टॉस से पहले फैसला लेते हैं और भारत ने फैसला किया कि वह चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरेंगे
गांगुली ने कहा- पिछले कुछ वर्षों में उन्हें चार तेज गेंदबाजों के साथ सफलता मिली है। उन्होंने टेस्ट मैच जीते हैं। हर कप्तान अलग है। रोहित और मैं अलग तरह से सोचते हैं। अगर आप मुझसे पूछें तो अश्विन जैसे क्वालिटी बॉलर को प्लेइंग-11 से बाहर रखना मेरे लिए मुश्किल होता।

गांगुली ने कहा- अगर टीम में आपके पास अश्विन, हरभजन सिंह और अनिल कुंबले जैसा गेंदबाज हो, चाहे कंडीशन कैसी भी हो, उन्हें खिलाना जरूरी होता है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने कहा- जैसे-जैसे यह खेल आगे बढ़ेगा, मुझे लगता है कि पिच का रुख बदलेगा। अश्विन बाएं हाथ के बल्लेबाजों को परेशान कर सकते थे, लेकिन वह टीम में नहीं हैं।

मैच की बात करें तो भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। टीम इंडिया लगातार दूसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची है। 2021 में खेले गए पहले संस्करण के फाइनल में न्यूजीलैंड ने भारत को आठ विकेट से हरा दिया था। वहीं, ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेल रही है।

भारत ने ऑस्ट्रेलिया के शुरुआती तीन विकेट तो 76 रन पर गिरा दिए थे। मोहम्मद सिराज ने उस्मान ख्वाजा (0) को विकेटकीपर भरत के हाथों कैच कराया। शार्दुल ठाकुर ने डेविड वॉर्नर को भी भरत के हाथों कैच कराया। वह 43 रन बना सके। वहीं, शमी ने मार्नस लाबुशेन को क्लीन बोल्ड किया। वह 26 रन बना सके

हालांकि, इसके बाद स्टीव स्मिथ और ट्रेविस हेड ने शानदार बल्लेबाजी की और कोई विकेट नहीं गिरने दिया। हेड और स्मिथ ने 251 रन की नाबाद साझेदारी कर डाली। हेड 146 रन और स्मिथ 95 रन बनाकर नाबाद हैं। यह ऐसा वक्त रहा जब टीम इंडिया को अश्विन की कमी खली।

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