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प्रदूषण पर नजर रखने के लिए लगाएं निगरानी उपकरण’

ढ़वाल विवि के वायुमंडलीय भौतिकी प्रयोगशाला में समर स्कूल इंटर्नशिप कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस दौरान प्रतिभागियों को बढ़ते प्रदूषण के प्रति आगाह करते हुए शोध कार्य का क्षेत्र बढ़ाने पर जोर दिया गया।
गढ़वाल विवि में चल रहे कार्यक्रम में कार्यक्रम संयोजक डॉ. आलोक सागर गौतम, करन सिंह और संजीव कुमार ने व्याख्यान दिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड अपने प्राकृतिक संसाधनों एवं नैसर्गिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है लेकिन अनियंत्रित विकास, वनाग्नि एवं वाहनों से निकलने वाला प्रदूषण यहां की हवा को जहरीला बना रहा है। इनसे निकलने वाले एरोसोल के सूक्ष्म कण मनुष्य की श्वसन नली से होते हुए लीवर तक पहुंच जाते हैं। इनकी अधिकता से श्वास रोग, खांसी, दमा और यहां तक की हृदयाघात का खतरा बना रहता है। इसलिए उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में इन प्रदूषित कणों की नियमित निगरानी के लिए सयंत्र स्थापित करें।

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