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ऑस्ट्रेलिया से हार के बाद भी ‘बैजबॉल’ का साथ नहीं छोड़ेगा इंग्लैंड, कप्तान बोले- इसी तरह खेलेंगे

इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एशेज सीरीज के पहले मैच में इंग्लैंड को दो विकेट से हार का सामना करना पड़ा है। बर्मिंघम के मैदान में ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैच की सीरीज का पहला मुकाबला रोमांचक अंदाज में अपने नाम किया। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने नाथन लियोन के साथ नौवें विकेट के लिए 55 रन की नाबाद साझेदारी कर अपनी टीम को जीत दिलाई।

इंग्लैंड की टीम को ऑस्ट्रेलिया में हुई पिछली एशेज सीरीज में भी हार का सामना करना पड़ा था। इस सीरीज में इंग्लैंड की शर्मनाक हार के बाद ईसीबी में कई बदलाव हुए थे। बोर्ड के डायरेक्टर से लेकर टीम के कोच और कप्तान तक सब कुछ बदल दिया गया था। ब्रेंडन मैक्कुलम इंग्लैंड के नए कोच बने थे और कप्तानी की जिम्मेदारी बेन स्टोक्स को मिली थी। इन दोनों ने मिलकर टेस्ट खेलने का अंदाज ही बदल दिया।

इंग्लैंड के खिलाड़ी टेस्ट मैच में भी टी20 वाले अंदाज में बल्लेबाजी करने लगे और गेंदबाजी के समय यह टीम हर गेंद में विकेट लेने के लिए जूझने लगी। इंग्लैंड के खिलाड़ी यह भूल गए कि टेस्ट मैच ड्रॉ भी हो सकता है। इसका असर यह हुआ की इंग्लैंड ने लगातार टेस्ट मैच जीते। पाकिस्तान और न्यूजीलैंड जैसी टीमों को उनके घर में जाकर हराया। इंग्लैंड के खेलने के इस नए अंदाज को बैजबॉल कहा गया। बैजबॉल आने के बाद इंग्लैंड की टीम लगातार मैच जीती और फैंस को भी टेस्ट क्रिकेट का नया अंदाज बहुत पसंद आया।

क्रिकेट जगत के कई दिग्गजों ने कहा कि बाकी टीमों को भी इंग्लैंड की तरह ही टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहिए। हालांकि, कुछ पूर्व खिलाड़ियों का मानना है कि अभी ऑस्ट्रेलिया और भारत में बैजबॉल की परीक्षा बाकी है। अगर इंग्लैंड की टीम वहां जाकर भी इसी अंदाज में खेलती है और सफल रहती है, तभी बैजबॉल को सही मायने में सफल कहा जाएगा। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंग्लैंड की टीम अपने घर में ही हार गई है। इसके बाद बैजबॉल और इंग्लैंड के रवैये को लेकर काफी बातें हो रही हैं, लेकिन टीम के कप्तान बेन स्टोक्स का कहना है कि उनकी टीम इसी अंदाज में खेलेगी और उन्हें अपने खिलाड़ियों पर गर्व है।

बेन स्टोक्स ने कहा “मुझे टीम पर बहुत गर्व है कि वह इसे आखिर तक लेकर गए, एक और शानदार मैच जिसका हम हिस्सा रहे। मैं बहुत हैरान होता अगर हमने पूरे टेस्ट मैच में उन्हें बांधे ना रखा होता। यह एक और अच्छी वजह है जिसके लिए इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के लोगों को एशेज को फॉलो करना चाहिए।”

जब स्टोक्स से इंग्लैंड की इस हार के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने स्पष्ट कर दिया की इस हार से इंग्लैंड की क्रिकेट शैली पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। स्टोक्स ने कहा “हार एक हार है, हमने कहा था कि हम ऐसी ही शैली से खेलेंगे, और हम आगे भी इसी तरह खेलेंगे, ऑस्ट्रेलिया पर हावी हो कर, ऐसे निर्णय लेकर जो हमें सही लगें।”

मैच के पहले दिन ही, पहले बल्लेबाजी करते हुए स्टोक्स ने इंग्लैंड की पारी को आठ विकेट के नुकसान पर 393 रन पर घोषित कर दिया था। जब उनसे उनके इस निर्णय के बारे में पूछा गया तो स्टोक्स ने कहा “बिलकुल नहीं, मुझे वह गलत नहीं लगा, मैंने देखा की हम ऑस्ट्रेलिया पर पलटवार कर सकते हैं। किसी के लिए भी अंत के 20 मिनट जाकर बल्लेबाजी करना आसान नहीं होता। क्या पता, जो रुट और जिमी एंडरसन आउट हो जाते और हम उसी स्थिति में होते।

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