ग्लास पुल से बिर्थी फॉल में खुलेंगे पर्यटन के द्वार
पिथौरागढ़। बिर्थी फॉल में बन रहे कुमाऊं मंडल के पहले ग्लास पुल से पर्यटन के द्वार खुलेंगे। ग्रामीण निर्माण विभाग डीडीहाट 125 लाख रुपये से ग्लास पुल का निर्माण कर रही है। जलप्रपात बिर्थी को निहारने के लिए आने वाले देशी-विदेशी पर्यटक इस पुल का लुत्फ उठा सकेंगे। बिर्थी फॉल में ग्लास पुल का निर्माण कार्य 50 फीसदी पूरा कर लिया गया है।
कार्यदायी संस्था ने सबसे मुश्किल फाउंडेशन का काम पूरा कर लिया है। 148 मीटर ऊंचे जलप्रपात से गिरने वाली पानी की लहर और उसकी ठंडक को पर्यटक ग्लास ब्रिज से निहार सकेंगे। आरडब्लूडी डीडीहाट के सहायक अभियंता रियासत अली ने बताया कि मुख्यमंत्री सीमांत विकास योजना के तहत बन रहे ग्लास पुल का काम मार्च 2024 में पूरा कर लिया जाएगा। बताया कि सबसे मुश्किल फाउंडेशन का काम पूरा कर लिया गया है।पिथौरागढ़। पर्यटक ग्लास पुल के 22 फीट ऊंचाई के डेक स्लैब से झरने को देख सकेंगे। डेक स्लैब बनाने के लिए स्टील के आयातकार ट्यूब और 40 मजबूत ग्लास का प्रयोग किया जाएगा। डेक स्लैब एक आरसीसी के अष्ठकोणीय ढांचे पर टिकी होगी। आरसीसी के ऊपर की सुंदरता बढ़ाने के लिए एक डोम बनेगा। आरसीसी की कुल लंबाई 42 फीट होगी। डेक स्लैब के सपोर्ट के लिए 25 सेमी व्यास के 18 पाइप भी लगाए जाएंगे। इसके साथ 40 एमएम व्यास की स्टील की रस्सी लगाई जाएंगी। ग्लास पुल पर जाने के लिए अष्ठकोणीय ढांचे के अंदर ही सीढ़ी बनाई जाएगी।