दारमा में बजी फोन की घंटी तो खिले लोगों के चेहरे
धारचूला (पिथौरागढ़)। चीन सीमा से सटे दारमा घाटी के दो ग्राम बोन और जालिंग में जियो कंपनी की ओर से मोबाइल टावर का काम पूरा करने के बाद ग्रामीणों को संचार सुविधा मिलने लगी है। घाटी में रहने वाले ग्रामीणों ने निचले इलाकों में रह रहे अपने परिजनों से मोबाइल पर बात की। टावर लगने के बाद ग्रामीण बेहद खुश हैं। ग्राम बोन में मोबाइल टावर लगने से ग्राम पंचायत दुग्तू, सौन और दांतू की लगभग दो हजार की आबादी के साथ ही पंचाचूली शिखर दर्शन करने आ रहे सैकड़ों यात्रियों को संचार माध्यम का लाभ मिलेगा। ग्राम प्रधान सपना बोनाल ने बताया कि जियो का टावर लगने से उनके गांव की करीब एक हजार की आबादी को लाभ मिलेगा। वहीं ग्राम पंचायत बालिंग के प्रधान भगवती बंग्याल ने बताया कि उनके गांव की करीब सात सौ की आबादी को फायदा होगा।
सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद बोनाल, भीम बंग्याल और दिनेश बंग्याल ने बताया कि गांव संचार माध्यम से जुड़ तो गया है लेकिन अभी भी नेटवर्क की समस्या आ रही है। फोन पर बात सही तरीके से नहीं हो पा रही है। उन्होंने प्रशासन और कार्यदायी संस्था जियो के अधिकारियों से नेटवर्क की दिक्कतें दूर करने की मांग की है।
प्रधान दांतू जमन सिंह दताल ने बताया कि दारमा घाटी में सड़क और मोबाइल नेटवर्क की सुविधा से लगभग सभी गांव जुड़ गए हैं। उन्होंने सरकार से ग्राम दांतू और अन्य गांवों में अस्पताल खोले जाने की मांग की है। कहा कि दारमा घाटी के लोग छोटी-बड़ी बीमारी के लिए आईटीबीपी के डॉक्टर पर निर्भर हैं। ग्रामीणों ने संचार सुविधा के लिए सरकार का आभार जताया है।
दारमा घाटी में छह माह पूर्व ग्राम पंचायत तिदांग संचार से जुड़ गया है। पिछले हफ्ते ग्राम पंचायत बोन और ग्राम पंचायत बालिंग में भी सेवा सुचारु हो गई है। दारमा घाटी का अंतिम ग्राम सीपू, गो, नागलिंग में अभी फाउंडेशन का कार्य चल रहा है। दो तीन माह में वह गांव भी मोबाइल नेटवर्क से जुड़ जाएगा। जल्द ही सेला गांव में मोबाइल टावर के लिए फाउंडेशन कार्य भी शुरू हो जाएगा। – यशपाल पंवार, इंजीनियर, जियो कंपनी।