इन जिलों में आज लोग रहें अलर्ट, कुमाऊं में स्कूल बंद; हल्द्वानी वर्कशॉप लाइन में जलभराव
देहरादून: मानसून की शुरुआत से ही उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी है। कहीं-कहीं भारी वर्षा का क्रम बना हुआ है तो कहीं बादलों का डेरा है।
वहीं आज सात जुलाई यानी शुक्रवार को मौसम विभाग ने कुमाऊं मंडल में भारी बारिश की आशंका जताई है। यहां कई जिलों में आज स्कूल बंद हैं।
- शुक्रवार को हल्द्वानी में बारिश हुई। जिस कारण हल्द्वानी वर्कशॉप लाइन में जलभराव हो गया।
- चमोली में दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। कई ग्रामीण सड़कें बंद हैं। विकास खंड नंदानगर घाट को जोड़ने वाला सितेल कनोल मोटर मार्ग भी बाधित है। बारिश के चलते बरसाती गदेरा उफान पर है और गदेरे का जल स्तर बड़ने से सड़क का कुछ हिस्सा ढह गया है। गांव के युवा गदेरे के ऊपर लकड़ी की बल्ली पर जान हथेली में रखकर बाइक को पार करवाया।
- चमोली जिले में मौसम खराब बना हुआ है। यहां बादल लगे हुए हैं। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग छिनका मे मलबा आने के कारण मार्ग अवरूद्ध हो गया है।
- वहीं आज सुबह से देहरादून में बादल छाए रहे। वर्तमान मौसम को देखते हुए बारिश की संभावना जताई जा रही है।
मौसम विभाग ने आज कुमाऊं के ज्यादातर क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया है। जिसके चलते पांच जिलों में स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। गढ़वाल में भी कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ तीव्र बौछारें पड़ने के आसार हैं। जिसके लिए मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है।
पर्वतीय मार्गों व नदियों के किनारे विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। बीते कुछ दिनों से प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में वर्षा का दौर जारी है। पहाड़ से लेकर मैदान तक बौछारों का क्रम बना हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार शुक्रवार को प्रदेश में ज्यादातर क्षेत्रों में भारी वर्षा के आसार हैं। खासकर नैनीताल, चंपावत, ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार में भारी से बहुत भारी वर्षा को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, अन्य जिलों में गरज-चमक के साथ तीव्र बौछारें पड़ सकती हैं।
मौसम विभाग ने पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन, चट्टान खिसकने, भू-कटाव होने की आशंका है। निचले इलाकों में नदी-नालों में जल स्तर में अचानक वृद्धि हो सकती है। सभी जिलों को संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है। अगले चार दिन मौसम का मिजाज इसी प्रकार का बना रहने की उम्मीद है।
मानसून (वर्षाकाल) में देहरादून को सड़कों पर चौतरफा गड्ढों की भरमार, कीचड़ और जलभराव की स्थिति नजर आ रही है। हालांकि, वर्षाकाल में नागरिकों को परेशानी से बचाने के लिए जिलाधिकारी सोनिका ने न सिर्फ स्वयं मोर्चा संभाल लिया है, बल्कि हालात पर काबू पाने के लिए जोनल और सेक्टर अधिकारी भी तैनात कर दिए हैं।
जिलाधिकारी सोनिका ने अधिकारियों की बैठक लेकर सड़कों पर उतरकर हालात की निगरानी के साथ कंट्रोल रूम को सूचित करते रहने के निर्देश जारी किए। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों की बैठक लेते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि नामित किए गए अधिकारियों का काम संबंधित क्षेत्रों से जनता के साथ समन्वय बनाए रखने का है। ताकि जलभराव, नाली चोक होने या गड्ढों की स्थिति से त्वरित रूप से निपटा जा सके।
इसके अलावा अधिकारी क्षेत्रों का भ्रमण कर दैनिक स्थिति की जानकारी आपदा कंट्रोल रूम के साथ साझा करेंगे। यहां सूचनाओं को संकलित करने के बाद समाधान से जुड़े अधिकारियों को भेजा जाएगा। लिहाजा, नामित अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय रहकर काम करें।
इसके साथ ही सूचनाओं के मुताबिक प्रतिदिन के सुधारात्मक कार्यों की समीक्षा भी की जाएगी। जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान और सुपर जोनल अधिकारी अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) को निर्देश दिए कि वह जोनल और सेक्टर अधिकारियों के साथ समन्वय बनकर जनता की समस्याओं का समाधान करें।
जी-20 समिट की व्यवस्था की भांति करें प्रदर्शन जिलाधिकारी ने अधिकारियों में जोश जगाते हुए कहा कि सभी ने जी-20 समिट की व्यवस्था के लिए टीम भावना के साथ बेहतर काम किया है। मानसून सीजन में भी इसी तरह काम किया जाएगा तो जनता को परेशानी से बचाया जा सकता है।