दून अस्पताल में जल्द शुरू होगी अंग प्रत्यारोपण सुविधा
उत्तराखंड में अंग प्रत्यारोपण के लिए जल्द ही दून अस्पताल में स्टेट ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट (सोटो) का सेंटर शुरू होने वाला है। इससे लिवर, किडनी, हार्ट, रेटिना ट्रांसप्लांट आदि की अनुमति के लिए चंडीगढ नहीं जाना पड़ेगा। दून अस्पताल के सेंटर में सबकी इजाजत मिलेगी। शुक्रवार को दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने पुरानी ओटी को इसके लिए चिह्नित की और कार्यदायी संस्था के साथ चर्चा भी की। दून अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट सुविधा मिल सकेगी। डॉ. सयाना ने बताया कि सोटो के लिए भारत सरकार की अनुमति का इंतजार किया जा रहा है। इसके लिए प्रस्ताव पहले ही भेजा गया था। इजाजत मिलने से पहले की सभी कार्यवाही पूरी कर ली गई हैं। जल्द ही इसकी अनुमति मिलने की उम्मीद है। इसके बाद दून अस्पताल में ही अंग प्रत्यारोपण की सुविधा शुरू होगी। दून अस्पताल के यूरोलॉजिस्ट प्रोफेसर डॉ. मनोज विश्वास ने बताया कि नेशनल ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट (नोटो) के तहत रीजनल ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट (रोटो) होता है। इसके बाद राज्य स्तर पर स्टेट ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट (सोटो) का गठन होता है। उत्तराखंड में अंग प्रत्यारोपण के लिए रोटो के तहत चंडीगढ से इजाजत लेनी पड़ती थी। इसलिए उत्तराखंड में सोटो की मांग की गई, ताकि मरीजों की इधर उधर न जाना पड़े।