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एमबीपीजी: पहले दिन 148 विद्यार्थियों को मिला प्रवेश

हल्द्वानी। एमबीपीजी कॉलेज में स्नातक प्रथम सेमेस्टर के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। शुक्रवार को पहले दिन 148 विद्यार्थियों को प्रवेश मिला। इनमें बीए के 59, बीकॉम के 35, बीएससी (पीसीएम) के 30 और बीएससी (जेडबीसी) के 24 विद्यार्थी शामिल हैं। कॉलेज के प्रवेश पोर्टल से अब तक 320 विद्यार्थी प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन कर चुके हैं। एमबीपीजी कॉलेज में शुक्रवार को सुबह 10 बजे से पहले ही नए विद्यार्थियों की चहल-पहल देखने को मिली। साढ़े 10 बजे से प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने तक महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं का जमावड़ा लग गया। प्रवेश पटलों पर विद्यार्थियों की कतारें दिखाई दीं। छात्र-छात्राओं की मदद के लिए प्रवेश पटलों के पास ही आगामी छात्रसंघ चुनाव के उम्मीदवारों और उनके समर्थकों ने टेबल लगा रखी थीं। प्रवेश के लिए आए विद्यार्थियों की मदद के साथ ही उम्मीदवारों ने पंफ्लेट बांटे और अपने उम्मीदवार के लिए समर्थन मांगा।

मुख्य शास्ता डॉ. संजय खत्री ने टीम के साथ महाविद्यालय में अनुशासन व्यवस्था देखने के साथ नए विद्यार्थियों को दिशा-निर्देशित किया। प्राचार्य डॉ. एनएस बनकोटी ने सभी कमेटियों का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए। प्रवेश प्रभारी ने बताया कि फीस पोर्टल को भी प्रवेश समिति ने खोल दिया है जिससे विद्यार्थियों को समस्या का सामना ना करना पडे़।

आगामी छात्र संघ चुनावों के लिए उम्मीदवारों ने अपनी ताकत झोंकनी शुरू कर दी है। प्रवेश प्रक्रिया में छात्र-छात्राओं की मदद करने के साथ ही प्रत्याशियों का प्रचार भी किया जा रहा है। उम्मीदवारों ने बास्केट बॉल कोर्ट से लगी दीवारों को बैनर से पाट दिया था। प्राचार्य डॉ. एनएस बनकोटी ने तत्काल पोस्टरों को हटाने के निर्देश दिए जिसके बाद समर्थकों ने पोस्टर हटा लिए।

एमबीपीजी कॉलेज के प्रवेश प्रभारी प्रो. अमित कुमार ने बताया कि पहले दिन महाविद्यालय प्रवेश समिति के सामने समर्थ पोर्टल पर जानकारी अधूरी रहने, इंटरमीडिएट के अंक पोर्टल पर न दर्ज होने, माता-पिता के नाम में त्रुटि समेत कई दिक्कतें आईं। प्रवेश प्रभारी ने विद्यार्थियों को आश्वस्त किया कि ऐसी समस्याओं का निस्तारण प्रार्थना पत्र लेकर तकनीकी समिति करेगी।

कौशल विकास के 11 विकल्प मिले
तकनीकी संयोजक प्रवेश डॉ. नवल किशोर लोहनी ने बताया कि महाविद्यालय की ओर से वर्तमान सत्र में कौशल विकास कार्यक्रम के लिए 11 विकल्प दिए गए हैं। इनमें बेसिक ऑफ एनालिटिकल केमेस्ट्री (रसायन विज्ञान), कंजर्वेशन एंड मैनेजमेंट ऑफ बायोडायवर्सिटी (वनस्पति विज्ञान), डिजास्टर मैनेजमेंट (भूगोल), स्टेट वेल्फेयर इंटर्वेशन इन इंडिया (समाजशास्त्र), बेसिक्स ऑफ न्यूट्रीशन एंड हाइजीन (गृह-विज्ञान), फाइनेंसियल लिट्रेसी (वाणिज्य), फील्ड सर्वे टेक्निक (अर्थशास्त्र), प्रयोजनमूलक हिंदी, बेसिक इंस्ट्रूमेंटेशन स्किल्स (भौतिक विज्ञान), वर्मिकल्चर एंड वर्मी-बायोटेक्नोलॉजी (भू-विज्ञान) और बेसिक नोलेज ऑफ हिंदुस्तानी क्लासिकल वोकल (संगीत) शामिल हैं। इसके अतिरिक्त छात्र स्वयं-एनपीटीईएल, यूओयू, इग्नो समेत अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से भी न्यूनतम तीन क्रेडिट के कोर्स से कौशल विकास प्रशिक्षण ले सकते हैं।

प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। सभी छात्र-छात्राओं से अनुरोध किया गया है कि अनुशासन बनाए रखें। महाविद्यालय में कोई पोस्टर चस्पा ना करें। यदि छात्र लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के प्रतिकूल पोस्टरबाजी और अनुशासनहीनता करते हैं तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
-डॉ. एनएस बनकोटी, प्राचार्य, एमबीपीजी

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