डीएम ने दिए बाढ़ सुरक्षा कार्यों के आगणन तैयार करने के निर्देश
सितारगंज। मौसम विभाग के जारी अलर्ट को देखते हुए जिलेभर में बाढ़ एवं आपदा से बचाव के लिए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। जिलाधिकारी उदयराज सिंह ने प्रशासनिक और सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ बैगुल जलाशय, कैलाश नदी और नानकसागर बैराज का निरीक्षण किया। डीएम ने विभिन्न बाढ़ संभावित एवं भूमि कटाव वाले क्षेत्रों का मुआयना कर सिंचाई अधिकारियों को बाढ़ सुरक्षा कार्यों के लिए आगणन तैयार कर आपदा प्रबंधन विभाग को भेजने के निर्देश दिए। शुक्रवार को डीएम उदयराज सिंह के बैगुल जलाशय के निरीक्षण के दौरान सिंचाई खंड सितारगंज के ईई बीसी नैनवाल ने बताया कि डैम से पहले नदी के प्रवाह क्षेत्र में अत्यधिक सिल्ट जमा होने के कारण नदी का बहाव अवरुद्ध हो गया। इससे नदी ने अपना रास्ता बदल दिया और नाले में मिल गई है। इससे कुछ गांवों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है। नदी में रिवर ट्रेनिंग की आवश्यकता है। इस पर डीएम ने ईई को विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। इसके बाद डीएम चीकाघाट गांव में कैलाश नदी पहुंचे। यहां भी रिवर ट्रेनिंग के काम न होने के कारण हो रहे कृषि भूमि भू कटाव को रोकने के लिए विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा।
उन्होंने कृषि भूमि कटाव की फोटो एवं वीडियोग्राफ समेत समस्त डाटा रिपोर्ट में सम्मिलित करने के निर्देश दिए। डोहरी गांव के निकट कैलाश नदी से हो रहे भू कटाव का भी मौका मुआयना किया। उन्होंने आपदा प्रबंधन मानकों के अंतर्गत सुरक्षात्मक कार्यों के आगणन तैयार कर आपदा प्रबंधन कार्यालय भेजने के निर्देश दिए। नानकसागर के निरीक्षण के दौरान पूर्व में चिन्हित एवं आवंटित स्थान पर ही बोटिंग कराने और प्रतिबंधित क्षेत्र में बोटिंग न कराने के निर्देश दिए। कहा कि नियमों का उल्लंघन करने पर बोट संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाए। वहां एसडीएम तुषार सैनी, तहसीलदार जगमोहन त्रिपाठी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उमाशंकर नेगी, ईई बीसी नैनवाल, सिंचाई विभाग यूपी के ईई सुरेंद्र पाल सिंह, सहायक अभियंता रविंद्र कुमार आदि थे।