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दक्षिण क्षेत्र 10 साल बाद दलीप ट्रॉफी चैंपियन; पुजारा-सूर्यकुमार जैसे सितारों से भरी टीम हारी

दलीप ट्रॉफी के फाइनल में दक्षिण क्षेत्र ने पश्चिम क्षेत्र को हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। दक्षिण ने मैच के पांचवें दिन रविवार (16 जुलाई) को 75 रन से जीत हासिल की। वह 10 साल बाद दलीप ट्रॉफी जीतने में सफल हुआ है। पिछली बार टीम 2012-13 में उत्तर क्षेत्र के साथ संयुक्त विजेता रही थी। दक्षिण ने इस टूर्नामेंट के इतिहास में 14वीं बार खिताब जीता है। पश्चिम क्षेत्र की टीम की बात करें तो वह गत विजेता के रूप में मैदान पर उतरी थी। वह बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में ट्रॉफी को बचाने में नाकाम रही। पश्चिम क्षेत्र की टीम में दिग्गज चेतेश्वर पुजारा के अलावा विस्फोटक बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव, ओपनर पृथ्वी शॉ, प्रियांक पांचाल और युवा सनसनी सरफराज खान जैसे खिलाड़ी थे, लेकिन ये सितारे टीम को खिताब नहीं दिला पाए। पृथ्वी ने पहली पारी और प्रियांक ने दूसरी पारी में अच्छी बल्लेबाजी की। पुजारा, सूर्यकुमार और सरफराज खान दोनों पारियों में बड़ी पारी नहीं खेल पाए और टीम का हार का सामना करना पड़ा। प्रियांक पंचाल (नाबाद 92 रन) की पारी से पश्चिम क्षेत्र ने चौथे दिन फाइनल जीतने की अपनी उम्मीदें जिंदा रखी थी। दक्षिण क्षेत्र द्वारा मिले 298 रनों के लक्ष्य के जवाब में पश्चिम क्षेत्र ने चौथे दिन का खेल खत्म होने पर पांच विकेट पर 182 रन बना लिए थे। पांचवें दिन पश्चिम को जीत के लिए 116 रन की आवश्यकता थी। प्रियांक 92 रन बनाकर नाबाद थे। पांचवें दिन उन्हें शतक लगाने के लिए आठ रन बनाने थे, लेकिन वह ऐसा नहीं कर सके। पश्चिम के लिए दिन की शुरुआत खराब रही। कप्तान प्रियांक 95 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए। वह अपने चौथे दिन के स्कोर में सिर्फ तीन रन ही जोड़ सके।

प्रियांक के आउट होने के बाद पश्चिम क्षेत्र की जीत की उम्मीदें समाप्त हो गईं। टीम 222 रन के स्कोर पर सिमट गई। शम्स मुलानी दो और धर्मेंद्रसिंह जडेजा 15 रन बनाकर आउट हुए। चिंतन गजा खाता नहीं खोल पाए। अतित सेठ ने नौ रन बनाए। दक्षिण क्षेत्र ने मैच को 75 रन से अपने नाम कर लिया। उसके लिए वासुकी कौशिक और आर साई किशोर ने सबसे ज्यादा चार-चार विकेट लिए। इससे पहले दक्षिण ने पहली पारी में 213 और दूसरी पारी में 230 रन बनाए थे। पश्चिम की टीम पहली पारी में 146 रन ही बना सकी थी। पुजारा 47 गेंद पर 15 रन बनाकर आउट हुए। वहीं, सूर्यकुमार तीन गेंद पर चार रन बनाकर आउट हुए। इससे पहले पहली पारी में पुजारा नौ और सूर्यकुमार यादव आठ रन बनाकर पवेलियन लौटे थे। पुजारा और सूर्यकुमार यादव टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। पुजारा को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली हार के बाद बाहर कर दिया गया। उनके प्रदर्शन में निरंतरता की कमी थी। वहीं, सूर्यकुमार को ऑस्ट्रे्लिया के खिलाफ एक टेस्ट में ही खेलने का मौका मिला था। उसके बाद उनका चयन नहीं हुआ। सिर्फ पुजारा और सूर्यकुमार ही दूसरी पारी में फेल नहीं हुए हैं। टीम इंडिया से बाहर चल रहे पृथ्वी शॉ भी दूसरी पारी में कुछ कमाल नहीं कर सके। वह सात रन बनाकर आउट हुए। पहली पारी में पृथ्वी ने 65 रन बनाए थे। सरफराज ने दूसरी पारी में 48 रन बनाए। पहली पारी में वह खाता नहीं खोल पाए थे।

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