Sun. Jan 12th, 2025

सिडकुल एंटरप्रेन्योर वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष चुने गए श्रीकर सिन्हा

रुद्रपुर। सिडकुल एंटरप्रेन्योर वेलफेयर सोसाइटी की वार्षिक बैठक नैनीताल रोड स्थित एक बैठक में आयोजित की गई। सोसाइटी की ओर से नई कोर कमेटी की घोषणा के साथ ही नए अध्यक्ष के रूप में श्रीकर सिन्हा के नाम की घोषणा की गई। साथ ही निवर्तमान अध्यक्ष आशुतोष शर्मा को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक शिव अरोरा ने सरकार के विकास योजनाओं को विस्तृत रूप से समझाया और सरकार की ओर से उद्योगों को हर संभव सहयोग दिए जाने का आश्वासन दिया। एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने कहा कि सिडकुल चौकी को अधिक सुदृढ़ किया जाएगा। इसके साथ ही चौकी में महिला दरोगा की तैनाती भी की जाएगी। सोसायटी पदाधिकारियोें ने उद्योगों की ओर से सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में किए गए विभिन्न कार्यों और योगदान की जानकारी दी। उद्योगों की समस्याओं के निराकरण के लिए सरकार और जिला प्रशासन के सहयोग को सराहा। कार्यक्रम का संचालन ज्योति पंवार ने किया। वहां पर प्रशांत कुमार, रितेश पाहवा, नरेश गोस्वामी, डीसी बिष्ट, उमेश शर्मा, गजेंद्र सिंह, अनीत सिंह, अनूप सिंह आदि थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed

HMPV वायरस की दुनिया में क्या रफ्तार: किन देशों में मिल रहे संक्रमित, भारत में फिलहाल कैसी स्थिति? जानेंHMPV Virus Cases: भारत में अब तक ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के कितने केस-कहां मिले हैं? दुनिया में इस वायरस से जुड़े मामले कहां-कहां मिले हैं? और वहां कितने संक्रमितों की बात सामने आ रही है? आइये जानते हैं… ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) को लेकर दुनियाभर में अलर्ट की स्थिति है। चीन में दिसंबर के मध्य से फैल रहे संक्रमण को लेकर डर की स्थिति तब और बढ़ गई, जब भारत में एचएमपीवी के केसों की पुष्टि हुई। इस बीच चिकित्सकों और विशेषज्ञों का कहना है कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस कोई नया वायरस नहीं है, बल्कि इसका अस्तित्व दुनिया में करीब 60 साल से माना जा रहा है। इसके प्रभावों को लेकर डब्ल्यूएचओ से लेकर अलग-अलग स्वास्थ्य संस्थानों ने सावधान रहने को कहा है, हालांकि इसे बड़ा खतरा नहीं माना जा रहा है। इसके बावजूद पहले चीन, फिर भारत और अब कुछ और देशों में एचएमपीवी फैलने की वजह से इसकी संक्रमण दर को लेकर चिंता बनी हुई है। इतना ही नहीं ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस से संक्रमितों में कोरोनावायरस प्रभावितों जैसा ही संक्रमण दर्ज किया गया। इसके चलते एचएमपीवी के प्रभावों की तुलना भी कोविड-19 से की जा रही है, जो कि चीन में ही उभरने के बाद दुनिया के कई देशों में फैल गया था।