कॉर्बेट में बढ़ रहा हाथियों का कुनबा
रामनगर (नैनीताल)। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बाघों की तरह ही हाथियों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। मई से कॉर्बेट पार्क में हाथियों की गणना शुरू की गई थी जो अब पूरी हो गई है। भारतीय वन्यजीव संस्थान जल्द ही कॉर्बेट में हाथियों की संख्या की ताजा रिपोर्ट जारी करेगा।
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में साल 2010 में करीब 950 हाथी थे। 2015 में 1035 हाथी रिकॉर्ड हुए थे। 2020 की गणना में हाथियों की संख्या 1224 पहुंच गई थी। इस बार भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्लूआईआई) ने हाथियों की गणना की है। डब्लूआईआई ने इस साल मई दो माह तक गणना का काम किया और अब डब्लूआईआई की टीम हाथियों की संख्या जल्द जारी करेगी। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक डाॅ. धीरज पांडेय का कहना है कि कॉर्बेट की जैव विविधिता हाथियों के संरक्षण के लिए बेहतर है। भारतीय वन्यजीव संस्थान ने हाथियों की गणना का कार्य पूरा कर लिया है। जल्द हाथियों की संख्या के आंकड़े जारी किए जाएंगे।
सीटीआर में 1011, कालागढ़ में 213 हाथी
2015 की गणना में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) में 1011 और कालागढ़ टाइगर रिजर्व में 213 हाथी चिह्नित हुए थे। ढिकाला और कालागढ़ में हाथियों की संख्या सबसे ज्यादा (225) से ऊपर रही है। पार्क वार्डन अमित ग्वासीकोटी ने बताया कि कॉर्बेट नेशनल पार्क में हाथियों की संख्या में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। हाथी गणना के दौरान अब पार्क में 1224 हाथी हो गए हैं। पार्क में हाथियों की संख्या बढ़ना अच्छे संकेत हैं।
कॉर्बेट में रेंज के अनुसार हाथियों की संख्या
2020 में ढिकाला 244, सर्पदुली 195, बिजरानी 121, ढेला 65, झिरना 152, कालागढ़ 234, सोना नदी 24, पाखरो 31, पलैन 56, अदनाला 54, मैदावन 22, मंदाल में 26 हाथी थे। ढिकाला से कालागढ़ तक सीटीआर और सोना नदी से मंदाल रेंज का इलाका कॉर्बेट टाइगर रिजर्व (केटीआर) में आता है