स्वीडन और स्पेन सेमीफाइनल में, जापान की हार के साथ इस बार मिलेगा नया विश्व चैंपियन
स्वीडन के हाथों जापान की हार के साथ इस बार दुनिया को नया महिला फीफा विश्व चैंपियन मिलना तय हो गया है। स्वीडन ने ऑकलैंड में खेले गए क्वार्टर फाइनल मुकाबले में जापान को 2-1 से परास्त कर पांचवीं बार महिला फीफा विश्वकप के सेमीफाइनल में प्रवेश किया। जापान 2011 का विश्व चैंपियन है और इस विश्वकप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली एकमात्र पूर्व विजेता टीम है। वहीं, वेलिंग्टन में खेले गए एक अन्य क्वार्टर फाइनल में स्पेन ने गत उपविजेता नीदरलैंड को 2-1 से हराकर पहली बार विश्वकप के सेमीफाइनल में जगह बनाई।
अंतिम-16 में गत विजेता अमेरिका को किया था बाहर
स्वीडन इस विश्वकप में पूर्व विश्वविजेताओं का शिकार करने वाली टीम है। पहले उसने प्री क्वार्टर फाइनल में गत दो बार की विजेता अमेरिका को पेनाल्टी शूटआउट में 5-4 से हराकर बाहर किया। अब उसने जापान को शिकस्त दे डाली। जापान का क्वार्टर फाइनल से पहले रिकॉर्ड शानदार था। उसे एक भी मैच में पराजय नहीं मिली थी और उसने कुल 14 गोल किए थे, लेकिन 2003 की उपविजेता और तीन बार तीसरे स्थान पर रहने वाली स्वीडन ने इस एशियाई टीम की एक नहीं चलने दी। स्वीडन का सेमीफाइनल में स्पेन के साथ मंगलवार को ऑकलैंड में मुकाबला होगा।
जापान ने पेनाल्टी खोने की कीमत चुकाई
अमांडा इलेस्टेड के 32वें मिनट और फिलिप्पा एंजेलडाल के 51वें मिनट में पेनाल्टी पर किए गए गोल की बदौलत स्वीडन खेल के 87वें मिनट तक 2-0 की बढ़त पर था। 87वें मिनट में जापान के लिए पेनाल्टी पर अतिरिक्त खिलाड़ी होनाका होयाशी ने गोल किया। हालांकि 0-2 से पिछडऩे के बाद जापान ने बराबरी की भरसक कोशिश की। 76वें मिनट में भी उसे पेनाल्टी मिली थी, लेकिन रिको यूएकी की किक क्रास बार से टकराकर बाहर निकल गई। वहीं स्वीडन की गोलकीपर जेसिरा मुसोविच ने भी कई शानदार बचाव किए।
सलमा के अतिरिक्त समय में गोल से जीता स्पेन
स्पेन और नीदरलैंड निर्धारित समय तक 1-1 की बराबरी पर चल रहे थे, लेकिन सलमा पारलुएलो के अतिरिक्त समय में किए गए गोल ने स्पेनिश टीम को पहली विश्वकप के सेमीफाइनल में प्रवेश दिला दिया। स्पेन का यह पहला क्वार्टर फाइनल भी था। 19 वर्षीय सलमा ने कठिन कोण से लेफ्ट फुट के जरिए 111वें मिनट में गोल भेदा। इससे पहले नीदरलैंड की रक्षक स्टेफनी वान डर ग्राट खलनायिका से नायिका बन गईं। 81वें मिनट में उन्हें अपने ही बॉक्स में गेंद को हाथ से छू लिया, जिस पर स्पेन को पेनाल्टी दी गई। जिसे मारियोना कालडेंटी ने गोल में बदल विश्व नंबर छह स्पेन को 1-0 की बढ़त दिलाई। स्पेन जीत की ओर बढ़ती दिखाई दे रही थी, लेकिन स्टापेज समय में विक्टोरिया पेलोवा से मिले पास पर स्टेफनी ने जोरदार फर्राटा भरते हुए गोल कर नीदरलैंड को 1-1 की बराबरी दिला दी।
न्यूजीलैंड के पीएम और फीफा अध्यक्ष मैच देखने पहुंचे
स्पेन ने मैच के ज्यादातर समय गेंद अपने पास रखी। उसने नीदरलैंड के 182 के मुकाबले 259 पास दिए। स्पेन के कोच जोर्ज विल्डा ने कहा कि हमने अपनी कमियोंं को छुपाकर अपनी मजबूती का प्रदर्शन किया। हमारा लक्ष्य आगे खेलना था और गेंद को ज्यादा से ज्यादा अपने पास रखना था। इसी से हमें सफलता मिली। इस मैच को देखने के लिए न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस हिपकिंस और फीफा के अध्यक्ष जियानी इंफेंटीनो भी मौजूद थे।