इन दोनों के बीच का विजेता फाइनल में विश्व नंबर एक नार्वे के मैग्नस कार्लसन से खेलेगा। कार्लसन ने एक अन्य सेमीफाइनल की दूसरी बाजी अजरबैजान के निजात एबासोव के खिलाफ ड्रॉ खेली, लेकिन पहली बाजी में जीत हासिल करने के चलते वह 1.5-0.5 से विजेता रहे।
प्रगनाननंदा और कारुआना के बीच पहली बाजी भी बराबरी पर छूटी थी, लेकिन भारतीय खिलाड़ी के पास आज सफेद मोहरों से खेलने का लाभ था, जिसका वह फायदा नहीं उठा सके। दोनों खिलाड़ी 47 चालों में ड्रॉ के लिए सहमत हो गए। कार्लसन और एबासोव ने 74 चालों में ड्रॉ खेला।
कार्लसन पहली बार विश्व कप के फाइनल में पहुंचे हैं, जबकि प्रगनाननंदा विश्वनाथन आनंद के बाद विश्वकप के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले दूसरे भारतीय हैं। प्रगनाननंदा दूसरी बाजी में कारुआना के खिलाफ समय के फेर में फंसते नजर आ रहे थे, लेकिन बाद में उन्होंने वापसी की।