कुमाऊंनी संस्कृति से पर्यटन को बढ़ावा देगी कुमाटी की बाखली
भवाली/मुक्तेश्वर (नैनीताल)। रामगढ़ ब्लॉक की ग्राम पंचायत कुमाटी में स्थित प्रदेश की सबसे लंबी 24 घरों की बाखली बहुत जल्द कुमाऊंनी संस्कृति से नए रंग रूप में नजर आएगी। बाखली पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ युवाओं के लिए रोजगार के द्वार भी खोलेगी। बुधवार को केएमवीएन के एमडी डॉ. संदीप तिवारी के निर्देश पर पर्यटन, केएमवीएन, राजस्व और ब्लॉक स्तर के अधिकारियों की टीम ने कुमाटी गांव में बैठक की। विभागीय अधिकारियों ने बाखली के संवर्धन और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भवन स्वामियों से अनापत्ति प्रमाण पत्र को लेकर चर्चा की। बैठक में 18 भवन स्वामियों ने इसके लिए लिखित अनापत्ति दी। बाहरी शहरों में बसे लोगों ने भी जल्द सहमति संबंधित विभाग को देने की बात कही। समाजसेवी राकेश कपिल ने बताया कि प्रदेश की सबसे लंबी बाखली के विकसित होने से पर्यटन को बढ़ावा मिलने से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। क्षेत्र के मुक्तेश्वर, कैंची धाम, नैनीताल में पर्यटकों का दबाव कम होगा। बाखली का कायाकल्प होने से प्यूड़ा, दियारी, मौना, चापड़, बैरौली, कफूड़ा के गांवों को पर्यटन के क्षेत्र में नई पहचान मिलेगी। पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलने के बाद उसे शासन भेजा जाएगा। इस दौरान प्रमोद कुमार, ललित सुनोरी, गोपाल जोशी, तारादत्त जोशी, भीम बिष्ट, सुरेश शर्मा, ललित मोहन जोशी, पीएस मनराल आदि मौजूद रहे।
कुमाटी की बाखली को कुमाऊंनी संस्कृति से विकसित कर पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने के साथ यहां आने वाले सैलानी कुमाऊं की संस्कृति से रूबरू हो सकेंगे।
डॉ. संदीप तिवारी, एमडी केएमवीएन