कुमाऊं विवि में ऑनलाइन जमा होगी थीसिस
नैनीताल। शोधार्थी की सुविधा के लिए कुमाऊं विश्वविद्यालय थीसिस जमा करने का सिस्टम ऑनलाइन करने जा रहा है। इसके लिए विवि की ओर से पोर्टल तैयार किया जा रहा है। विवि में यह व्यवस्था होने से शोधार्थियों के समय की भी बचत होगी। यूजीसी की नई गाइडलाइन के अनुसार छह साल में पीएचडी होनी ही चाहिए। इस नियम में महिलाओं को दो वर्ष की छूट दी गई है। गाइडलाइन के अनुसार छह-छह माह का अतिरिक्त समय भी दिया जा सकता है। विश्वविद्यालय में शोध छात्रों को कोर्स वर्क के बाद थीसिस जमा करनी होती है। थीसिस अक्सर अनुभाग में महीनों तक डंप रहती है। इस वजह से शोध ग्रंथ का मूल्यांकन नहीं हो पाता है। कुमाऊं विश्वविद्यालय की पहल से अब एक पोर्टल तैयार किया जा रहा है। इसके माध्यम से शोधार्थी थीसिस ऑनलाइन जमा करेगा। कुलपति प्रो. डीएस रावत ने बताया कि शोध प्रोजेक्ट की गुणवत्ता को संवारने की जरूरत है। शोध गुणवत्तापरक हो, तभी उसका लाभ समाज व देश को मिल सकता है। कहा कि नई व्यवस्था के लिए पोर्टल तैयार किया जा रहा है।