Thu. Nov 21st, 2024

हॉस्टल स्टाफ करेगा तनाव ग्रस्त बच्चों की पहचान:पहले ही कर लेंगे पहचान, कहीं बच्चा सुसाइड की तो नहीं सोच रहा

कोटा हॉस्टल एसोसिएशन की तरफ से तनाव ग्रस्त बच्चों की पहचान के लिए अब जागरूकता अभियान चलाया गया है। इसके तहत ही कोचिंग स्टूडेंट में तनाव पहचान की ट्रेनिंग हॉस्टल के स्टाफ को दी जाने लगी है। इसका पहला सेशन आयोजित किया गया। जिसमें पुलिस उप अधीक्षक राजेश टेलर सहित हॉस्टल एसोसिएशन के पदाधिकारी मौजूद रहे। इसमें तनाव ग्रस्त बच्चों को पहचानने की पूरी तकनीक वार्डन और स्टाफ को बताई गई है।

एक्सपर्ट ने उन्हें कहा है कि स्टाफ को भी जानकारी दें, जिससे बच्चों में सुसाइड के सिंप्टम्स की पहचान पहले ही की जा सके। ऐसे बच्चों की काउंसिलिंग कराई जा सके। पुलिस और प्रशासन को भी इन तनाव ग्रसित बच्चों के बारे में जानकारी मुहैया करवाई जा सके।

कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल ने कहा कि लगातार इस संबंध में मीटिंग की जाएगी। आज पहला सेशन आयोजित किया है, इसके बाद आगामी दिनों में लगातार सेशन आयोजित होंगे। इसमें 15-15 होस्टलों के ग्रुप में स्टाफ को मनोचिकित्सकों के जरिए ट्रेनिंग करवाई जाएगी। यह काम लंबे समय तक जारी रहेगा। इस दौरान कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के महासचिव पंकज जैन और उपाध्यक्ष सुनील कटारिया सहित कई लोग मौजूद थे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *