Sun. Nov 17th, 2024

उत्तराखंड में मानसून की विदाई से पहले ही मौसम ने दी राहत, धूप व बादलों की आंख-मिचौली जारी

देहरादून:  उत्तराखंड के ज्यादातर क्षेत्रों में वर्षा का क्रम थमा हुआ है और चटख धूप खिल रही है। हालांकि, कहीं-कहीं आंशिक बादल मंडराने के साथ ही हल्की बौछार भी दर्ज की जा रही है। फिलहाल मानसून की वर्षा का क्रम प्रदेश में धीमा रहने का अनुमान है। मौसम विभाग की मानें तो आज देहरादून समेत ज्यादातर क्षेत्रों में आमतौर पर आसमान साफ रहने से लेकर आंशिक बादल छाये रह सकते हैं। कहीं-कहीं हल्की वर्षा के आसार हैं। कुमाऊं में कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ बौछार पड़ सकती है। उत्तराखंड के ज्यादातर क्षेत्रों में धूप और बादलों की आंख-मिचौली जारी है। हालांकि, दिनभर उमसभरी गर्मी से लोग बेहाल हो रहे हैं। अगले कुछ दिन मौसम के मिजाज में कोई विशेष परिवर्तन आने की उम्मीद नहीं है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, कुमाऊं के बागेश्वर और पिथौरागढ़ के साथ ही कुछ अन्य क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं बौछार पड़ सकती है। जबकि, दून समेत गढ़वाल के अधिकतर क्षेत्रों में आसमान साफ रहने का अनुमान है। कहीं-कहीं आंशिक बादल छाये रहने व बूंदाबांदी की भी संभावना है।

वहीं मानसून की विदाई से पहले ही मौसम ने राहत दी तो शहर का पर्यटन कारोबार एक बार फिर खिल उठा। एक सप्ताह से मौसम विभाग की ओर से कोई अलर्ट जारी नहीं होने और मैदानी क्षेत्रों में उमस व गर्मी से परेशान पर्यटक नैनीताल और मसूरी का रुख करने लगे हैं। काफी समय बाद वीकेंड पर पर्यटकों की चहलपहल देखने को मिली।

कारोबारियों को उम्मीद है अगर मौसम ऐसे ही खुशगवार रहा तो अक्टूबर से माना जाने वाला पर्यटन सीजन दो सप्ताह पूर्व ही शुरू हो जाएगा। मानसून के दौरान शहर का पर्यटन कारोबार काफी प्रभावित हो गया था। हिमाचल और उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में वर्षा से मची तबाही के साथ ही मौसम विभाग लगातार अलर्ट जारी कर रहा था। शनिवार, रविवार व अन्य छुट्टियों पर भी शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ था। कारोबारियों को उम्मीद थी कि 10 सितंबर तक मानसून की विदाई के बाद अक्टूबर से ही पर्यटन कारोबार पटरी पर लौटेगा। मगर बीते एक सप्ताह से शहर का मौसम बेहद सुहावना बना हुआ है, जिसका सीधा असर पर्यटन कारोबार पर भी देखने को मिल रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *