50 करोड़ की लागत से बनेगा मिल्क पाउडर और आइस्क्रीम का प्लांट
सितारगंज। क्षेत्र में मिल्क पाउडर, आइस्क्रीम और कंफेक्शनरी यूनिट लगाने की कवायद तेज हो गई है। राजस्व विभाग से डेयरी विकास विभाग को राजनगर गांव में दो हेक्टेयर भूमि हस्तांतरित की गई है। भूमि हस्तांतरण के बाद अब यूसीडीएफ की ओर से नाबार्ड की योजना आरआईडीएफ के तहत 50 करोड़ का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जा रहा है। डेयरी विकास योजना से विभाग को 27 लाख रुपये स्वीकृत हो गए हैं। इस बजट से विभाग डीपीआर बनाने के साथ ही अन्य शुरु काम कराएगा। इसके लिए यूसीडीएफ ने शासन को कार्यदायी संस्था नामित करने के लिए पत्र भी भेजा है।
डेयरी विभाग के निदेशक संजय कुमार ने बताया कि यूसीडीएफ ने सितारगंज में यूनिट लगाने के लिए प्रस्ताव भेजा था। इसके लिए जिला प्रशासन से भूमि की मांग की गई थी। सचिव उत्तराखंड शासन के आदेश पर दस दिन पूर्व डीएम उदयराज सिंह ने डेयरी विकास विभाग को राजनगर गांव में 2.023 हेक्टेयर भूमि हस्तांतरित कर दी है। आदेश में लिखा है कि दो वर्ष तक भूमि का उपयोग न होने पर हस्तांतरण निरस्त कर दिया जाएगा। प्लांट की स्थापना से हजारों युवाओं, दुग्ध उत्पादकों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। सौरभ बहुगुणा ने पशुपालन एवं दुग्ध विकास मंत्री बनने के बाद सितारगंज क्षेत्र में इस यूनिट की घोषणा की थी।
प्लांट लगाने और भवन आदि के निर्माण के लिए नाबार्ड की आरआईडीएफ योजना के तहत 50 करोड़ रुपये के बजट का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाएगा। कार्यदायी संस्था नामित करने के लिए भी शासन को पत्र लिखा है। डेयरी विकास योजना से 25 लाख रुपये डीपीआर व अन्य कार्यों के लिए स्वीकृत हुए हैं। जल्द ही काम भी आरंभ कर दिया जाएगा। – जयदीप अरोरा, प्रबंध निदेशक उत्तराखंड कोआपरेटिव डेयरी फेडरेशन (यूसीडीएफ)