कुमाऊं विश्वविद्यालय तैयार करेगा विद्यार्थियों की प्रोग्रेस रिपोर्ट
नैनीताल। कुमाऊं विश्वविद्यालय ने डिजिटलाइजेशन की ओर एक कदम और बढ़ाया है। विवि एक ऐसा पोर्टल तैयार कर रहा है जिसके माध्यम से छात्र माइग्रेशन प्रमाणपत्र लेने से पूर्व ऑनलाइन आवेदन करेंगे। इसके बाद विद्यार्थियों का पूरा ब्योरा तैयार होगा। विवि का दावा है कि इस व्यवस्था को लागू करने के बाद वह छात्रों की प्रोग्रेस रिपोर्ट तैयार करने वाला यह पहला विवि बनेगा।
विवि के कुलपति प्रो. दीवान सिंह रावत की पहल पर एक यह पोर्टल तैयार किया जा रहा है। इस पोर्टल में पासआउट होने वाले हर छात्र को माइग्रेशन प्रमाणपत्र लेने से पूर्व ऑनलाइन आवेदन करना होगा। जिसके बाद हर छात्र का ब्योरा उक्त पोर्टल में एकत्र होगा। इससे यह पता चलेगा कि कुमाऊं विवि से कितने फीसदी छात्र किस क्षेत्र में जा रहे हैं। इसके लिए कुमाऊं विवि की ओर से एक कमेटी भी गठित की गई है।
इस क्षेत्र में भी किए जा रहे कार्य
नैनीताल। कुविवि की ओर से सभी तरह की डिग्रियां पूर्ण रूप से ऑनलाइन किए जाने का निर्णय लिया गया है। ताकि छात्रों को विवि के प्रशासनिक भवन का चक्कर न लगाने पड़े। विवि का मानना है कि विवि से जुड़े छात्र-छात्राएं विवि के पास न पहुंचकर विवि छात्रों के पास पहुंचे। वहीं पीएचडी में प्रवेश से डिग्री अवॉर्ड होने तक संपूर्ण प्रक्रिया ऑनलाइन करने की कवायद भी विवि की ओर से की जा रही है।
कुमाऊं विश्वविद्यालय से जुड़े सभी विद्यार्थियों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए विवि एक पोर्टल तैयार कर रहा है, जिसके माध्यम से विवि से उत्तीर्ण होने वाले सभी छात्रों का ब्योरा तैयार होगा। साथ ही छात्रों की प्रोग्रेस रिपोर्ट तैयार की जाएगी। – प्रो. दीवान सिंह रावत, कुलपति कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल।