फुटबॉल: एशियाई खेलों में भारतीय टीम की हार से शुरुआत, चीन ने पहले मुकाबले में 5-1 से किया परास्त
चीन के हांगझोऊ में एशियाई खेलों की आधिकारिक शुरुआत 23 सितंबर को होगी। उससे पहले कुछ खेलों की स्पर्धाएं शुरू हो चुकी हैं। मंगलवार (19 सितंबर) को भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम का सामना ग्रुप ए में चीन से हुआ। टीम इंडिया की शुरुआत खराब रही और उसे चीन ने 5-1 से हरा दिया। भारत को अगले राउंड में पहुंचने के लिए अब बांग्लादेश और म्यांमार के खिलाफ जीत हासिल करनी होगी। भारतीय टीम के लिए सांत्वना वाली बात यह रही कि उसे एशियाई खेलों में 2010 के बाद से पहला गोल नसीब हुआ। यह गोल राहुल केपी ने पहले हाफ के इंजुरी टाइम में किया।
एशियाई खेलों में अपना अभियान शुरू करने के लिए 24 घंटे पहले पहुंची भारतीय टीम के खेल में तैयारियों की कमी का आभाव साफ दिखा। इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की टीमों की ओर से एशियाई खेलों के लिए खिलाडिय़ों को छोड़े नहीं जाने के चलते अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) ने 13 सितंबर को दूसरे दर्जे की 18 सदस्यीय टीम घोषित की। पहले घोषित 22 सदस्यीय टीम के इसमें सिर्फ नौ खिलाड़ी थे।
चीन ने मैच का पहला गोल किया। उसके लिए 16वें मिनट में जाओ टियानयी ने पहला गोल किया। इंजरी टाइम (45+1वें मिनट) में भारत के लिए राहुल केपी ने पहला गोल कर मैच को बराबरी पर ला दिया, लेकिन दूसरे हाफ में भारतीय टीम का प्रदर्शन निशाराजनक रहा। चीन ने दूसरे हाफ में चार गोल दागे और मैच को अपने नाम कर लिया। 51वें मिनट में बेईजून डाई ने गोल किया। कियांगलॉन्ग टाओ ने 71वें और 74वें मिनट में गोल किया। मैच खत्म होने से ठीक पहले इंजरी टाइम (90+2वें मिनट) में चीन ने पांचवां गोल किया। उसके लिए हाओ फांग ने गोल किया।
चीन की टीम ने मैच आक्रामक शुरुआत की। शुरुआती छह मिनट में उसने ताबड़तोड़ दो हमले किए। भारतीय डिफेंडर ने किसी तरह दोनों मौकों पर गेंद को गोलपोस्ट में नहीं जाने दिया। भारतीय कप्तान सुनील छेत्री ने 14वें मिनट में बॉक्स के बाहर से गोल करने का शानदार प्रयास किया। उनका डायरेक्ट शॉट गोलपोस्ट के ऊपर से निकल गया। चीन ने 16वें मिनट में 0-0 के डेडलॉक को तोड़ा। कॉर्नर पर उसके खिलाफ जाओ टियानयी ने शानदार गोल किया। भारतीय टीम के गोलकीपर गुरमीत जब तक कुछ कर पाते गेंद गोलपोस्ट में जा चुकी थी।
गुरमीत ने पेनल्टी बचाई
मैच के 23वें मिनट में भारत के गोलकीपर गुरमीत ने बड़ी गलती की। उन्होंने चीन के खिलाड़ी टैन लॉन्ग को बॉक्स में रोकने का प्रयास किया। रेफरी ने उनके प्रयास को फाउल करार देते हुए चीन को पेनल्टी दे दी। गुरप्रीत को यलो कार्ड दिखाया गया। हालांकि, इसके बाद उन्होंने गलती सुधारी और शानदार वापसी की। गुरमीत ने चीन के कप्तान चेंजी झू को पेनल्टी पर गोल नहीं करने दिया। उन्होंने पेनल्टी का बचाव किया और भारत को मैच में 0-2 से पिछड़ने से बचा लिया।
हाफटाइम की घोषणा से ठीक पहले भारत ने मैच में वापसी की। इंजरी टाइम में (45+1वें मिनट) में राहुल ने केपी ने शानदार गोल किया। भारतीय टीम 1-1 की बराबरी पर आ गई।
फीफा रैंकिंग में ग्रुप में चीन सबसे आगे
ग्रुप-ए में भारत और चीन के अलावा बांग्लादेश और म्यांमार की टीमें हैं। फीफा रैंकिंग की बात करें तो चीन 80वें और भारत 99वें स्थान पर है। म्यांमार 160वें और बांग्लादेश 189वें नंबर पर है।