राहुल द्रविड़ के बेटे समित का कमाल; वीनू मांकड़ ट्रॉफी के लिए कर्नाटक की टीम में शामिल
भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ 2023 वनडे क्रिकेट विश्व कप से पहले चर्चा में हैं। भारत ने 2011 क्रिकेट विश्व कप के बाद से यह टूर्नामेंट नहीं जीता है। एमएस धोनी आईसीसी ट्रॉफी जीतने वाले आखिरी भारतीय कप्तान हैं, जिन्होंने 2011 में विश्व कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। साल 2007 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी वाली टीम इंडिया बांग्लादेश से हारकर वनडे विश्व कप से बाहर हो गई थी। इसके बाद धोनी की कप्तानी में भारत ने तीन आईसीसी ट्रॉफी जीती और अब एक दशक से भारत के पास कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं आई है। राहुल द्रविड़ के पास बतौर कोच आईसीसी ट्रॉफी का सूखा खत्म करने का मौका है। वह खिलाड़ी के रूप में ऐसा नहीं कर पाए, लेकिन कोच के रूप में आईसीसी ट्रॉफी जीत सकते हैं। क्रिकेट वर्ल्ड कप से पहले द्रविड़ परिवार को एक बड़ी खुशखबरी मिली है। द्रविड़ के बेटे समित को आगामी वीनू मांकड़ ट्रॉफी के लिए कर्नाटक की 15 सदस्यीय टीम में चुना गया है। यह अंडर-19 टूर्नामेंट 12 से 20 अक्तूबर तक हैदराबाद में आयोजित किया जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज की टीम को लेकर भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि विराट कोहली और रोहित शर्मा को आराम दिया गया है, क्योंकि टीम चाहती थी कि वे क्रिकेट विश्व कप 2023 के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से तरोताजा हों। भारत तीन मैचों की वनडे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला मैच जीत चुका है। अब भारत की कोशिश दूसरा मैच जीतकर सीरीज अपने नाम करने की होगी।
यह सीरीज दोनों टीमों के लिए विश्व कप की तैयारी करने का आखिरी मौका है। द्रविड़ ने इस सीरीज से पहले कहा था “यह उन सीरीज में से एक है, जहां आपने देखा है कि हमारे कुछ लड़के पहले दो गेम नहीं खेल रहे हैं। हम अपने तेज गेंदबाजों को एक-एक कर आराम देंगे। यह कुछ अन्य लोगों के लिए अच्छा होगा कि उन्हें तीन मैच खेलने का मौका दिया जाए। मुझे लगता है कि रोहित और विराट जैसे लोगों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे विश्व कप में उस शारीरिक और मानसिक स्थिति के साथ पहुंचें, जिसमें वे रहना चाहते हैं। उन्होंने जितनी क्रिकेट खेली है, उससे वे जानते हैं इन बड़े खेलों के लिए खुद को कैसे तैयार किया जाए। इनमें से कई निर्णयों पर उनके साथ चर्चा की जाती है। हम उनके साथ चर्चा करते हैं कि वे बड़े आयोजनों के लिए कैसे तैयारी करना चाहते हैं। इन चर्चाओं के आधार पर हम निर्णय लेते हैं।”