एशियाई खेल: बास्केटबॉल में भारत ने मलयेशिया को हराया; वूशु में पदक पक्का; मुक्केबाजी में दीपक और निशांत जीते
2018 के जकार्ता एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली वूशु खिलाड़ी रोशिबिना देवी ने सांडा के 60 भार वर्ग के सेमीफाइनल में प्रवेश कर पदक पक्का कर लिया है। यह उनका एशियाई खेलों में दूसरा पदक होगा। रोशिबिना ने कजाखस्तान की एइमान कारशिगा को आसानी से पराजित किया। वह 2019 के दक्षिण एशियाई खेलों की भी विजेता हैं। वहीं, जकार्ता में ही कांस्य जीतने वाले सूर्य भानु प्रताप सिंह ने सांडा के 60 भार वर्ग के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। सूर्य भानु प्रताप सिंह ने उज्बेकिस्तान के इस्लोमबेक खायदारोव को 2-1 से पराजित किया। भानु प्रताप दो बार विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुके हैं। 65 भार वर्ग के प्री क्वार्टर फाइनल में विक्रांत बालियान को इंडोनेशिया के सैमुअल मारबुन के हाथों 1-2 से हार का सामना करना पड़ा। विक्रांत 2019 की विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता हैं।
दीपक और निशांत अंतिम-16 में पहुंचे
विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज दीपक भोरिया (51) और निशांत देव (71) ने एशियाई खेलों में जीत से आगाज किया। दीपक ने मलयेशिया के मोहम्मद अब्दुल कय्यूम बिन अरिफिन को 5-0 से हराकर अंतिम-16 में जगह बनाई। वहीं निशांत ने नेपाल के दीपेश लामा को भी इसी अंतर से पराजित कर प्री क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। महिलाओं के 66 भार वर्ग में अरुंधति चौधरी को चीन की यांग लियू के हाथों 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। दीपक अगले दौर में 2021 के विश्व चैंपियन जापान के तोमोया तसुबोई से भिड़ेंगे।
तीन गुणा तीन बास्केटबॉल में भारत की जीत
भारतीय टीमों के लिए बास्केटबॉल कोर्ट पर मिला जुला दिन रहा जब पुरुष टीम ने मलयेशिया को हरा दिया लेकिन महिला टीम उजबेकिस्तान से हार गई। पुरुषों के वर्ग में भारत के सहज प्रताप सिंह सेखों ने दस अंक बनाए जिसकी मदद से पूल सी में भारत ने मलयेशिया को 20-16 से मात दी। अब भारतीय टीम का सामना बुधवार को मकाउ से होगा। महिला वर्ग में भारत को पूल ए के मैच में उजबेकिस्तान ने 19 – 14 से हराया। भारत की वैष्णवी ने नौ अंक बनाए लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सकी।
श्रीहरि नटराज नहीं जीत पाए पदक
भारत के अनुभवी तैराक श्रीहरि नटराज एशियाई खेलों में सोमवार को पुरुषों के 50 मीटर बैकस्ट्रोक फाइनल में छठे स्थान पर रहे। लगातार दूसरे दिन फाइनल में उतरने वाले नटराज ने 25.39 सेकंड का समय लिया। अगर वह अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 24.40 सेकंड का समय लेते तो उन्हें कांस्य पदक मिल सकता था। रविवार को पुरुषों के 100 मीटर बैकस्ट्रोक के फाइनल में भी वह छठे स्थान पर रहे थे।
लिकिथ सेल्वराज पुरुषों की 100 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक स्पर्धा में 1:01.62 सेकंड के साथ सातवें स्थान पर रहे। उन्होंने हीट में 1:01.98 सेकंड का समय लिया था। पुरुषों की 4×200 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा में भी भारतीय टीम सातवें स्थान पर रही। आर्यन नेहरा, अनीश गौड़ा, कुशाग्र रावत और तनीष जॉर्ज मैथ्यू की चौकड़ी ने 7:29.23 सेकंड का समय लिया। आर्यन ने चारों में सबसे कम 1:51.89 सेकेंड में 200 मीटर की दूरी तय की